डेली संवाद, चंडीगढ़
अबोहर से भाजपा विधायक अरुण नारंग पर मलौट में हुआ कातिलाना हमला तथा उनकी सरेआम की गई बेइज्जती व बदनामी प्रदेश के इतिहास में “दुखद दिन” के रूप में दर्ज हो गई है। अश्विनी शर्मा ने इस हमले की घोर निंदा करते हुए कहाकि कैप्टन सरकार राज्य में कानून और व्यवस्था की रक्षा करने में पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने कहाकि प्रदेश में राजनीति सबसे निचले स्तर को छूने के लिए कांग्रेस सरकार इतिहास में दर्ज हो गई है।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि देश के राजनीतिक इतिहास में कभी भी ऐसी “घृणित घटना” नहीं हुई है। लोकतांत्रिक रूप से स्थापित राजनीतिक दलों को विरोध करने और निंदा करने का पूरा अधिकार है, लेकिन एक “शालीनता का कोड” होता है जिसका पालन सभी सभ्य समाज करते हैं। शर्मा ने कहा कि विधायक की सुरक्षा में तैनात पुलिस अपने निर्वाचित विधायक की रक्षा नहीं कर सकी।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री के रूप में शासन करने का कोई अधिकार नहीं है और उन्हें शासन के लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन करते हुए तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। शर्मा ने कहाकि एक राजनीतिक दल के रूप में भाजपा को राज्य के नागरिकों की आवाज़ तथा उनसे जुड़े गंभीर मुद्दों को शांतिपूर्ण ढंग से उठाने का पूरा अधिकार है और यह घटना असंतोष की आवाज को दबाने का प्रयास है।
Violent attack on BJP Abohar MLA Arun Narang in Malout is highly deplorable! We strongly demand an impartial inquiry into the incident to fix responsibility on State police in failing to protect an elected rep's dignity. Shameful that Cong govt has failed to maintain law & order!
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) March 27, 2021
विधायक की रक्षा करने में पंजाब पुलिस फेल – सुखबीर
वहीं, अकाली दल के राष्ट्रीय प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि मलोट में भाजपा के अबोहर विधायक अरुण नारंग पर हुआ हिंसक हमला बेहद निंदनीय है। निर्वाचित प्रतिनिधि की गरिमा की रक्षा करने में विफल रहने पर राज्य पुलिस पर जिम्मेदारी तय करने के लिए घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। शर्मनाक है कि कांग्रेस सरकार कानून और व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है।
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