डेली संवाद, जालंधर
कोरोना आपदा को जालंधर नगर निगम के कुछ अधिकारी, कौंसलर और कालोनाइजरों ने अवसर में बदल दिया है। एक तरफ जहां कोरोना पीड़ित लोग आक्सीजन सिलेंडर और बेड के लिए जूझ रहे हैं, तो दूसरी तरफ निगम के कुछ अधिकारी, कुछ कौंसलर और कालोनाइजर सरकारी खजाने को रगड़ा लगाने में जुटे हैं।
पिछले कुछ महीने से जालंधर शहर और बाहरी इलाकों में अवैध कालोनियां काटी जा रही है। निगम अधिकारियों की माने तो इन अवैध कालोनियों में क्षेत्र के पार्षद अब हिस्सेदार बन गए हैं। जिससे टैक्स का जो पैसा नगर निगम के खजाने में जमा होना था, वह कुछ कौंसलरों, अधिकारियों की जेब में जा रहा है।
ताजा मामला वेस्ट हलके के बस्तियात इलाके का है। यहां बस्ती नौ रोड पर KGS पैलेस के अंदर पूरी अवैध कालोनी काटी गई है। बाहर से देिखाने के लिए KGS पैलेस है, लेकिन उसके अंदर जाने पर प्लाटिंग का रूप दिया गया है। लाकडाउन के दौरान अधिकारियों और कौंसलरों की सांठगांठ से KGS पैलेस को कालोनी में बदल दिया गया।
पैलेस मालिक के खिलाफ कराएंगे FIR
नगर निगम के एसटीपी परमपाल सिंह कहते हैं कि इस संबंध में शिकायत आई थी। जिस पर इलाके के इंस्पैक्टर से रिपोर्ट मांगी गई थी। अगर वहां कालोनी काटी गई है तो इंस्पैक्टर से जवाब मांगा जाएगा, साथ ही पैलेस मालिक के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि अवैध कालोनियों के खिलाफ निगम बड़ा अभियान छेड़ेगा।