चंडीगढ़। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) की ओर से पंजाब को एक-दो दिन में एक लाख डोज मिलने की संभावना है। इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को संबंधित अधिकारियों से कहा कि सोमवार से सरकारी अस्पतालों में 18 से ऊपर के आयु वर्ग के प्राथमिक ग्रुपों के टीकाकरण की शुरुआत की तैयारी की जाए।
मुख्यमंत्री ने कोविड समीक्षा संबंधी वर्चुअल मीटिंग की। उन्होंने कहा कि डोज मिलते ही राज्य सरकार द्वारा लेवल-3 के लिए चिह्नित किए गए प्राथमिक ग्रुपों के टीकाकरण की शुरुआत हो जाएगी। राज्य सरकार ने 18 से ऊपर के आयु वर्ग के प्राथमिक ग्रुप में निर्माण वर्करों, अध्यापकों, सरकारी कर्मचारियों और अधिक जोखिम वाले ऐसे लोग जिन्हें अन्य बीमारियां हैं, को शामिल किया है।
श्रम विभाग बीओसीडब्ल्यूडब्ल्यूबी की फंडिग के साथ सभी निर्माण वर्करों और उनके परिवारों के टीकाकरण के लिए तालमेल करेगा। डिप्टी कमिश्नरों को सरकारी कर्मचारियों के टीकाकरण के लिए तालमेल करने को कहा गया है। वे अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए भी योजना तैयार करेंगे। अग्रिम रजिस्ट्रेशन जरूरी होगा।
30 लाख डोज का आर्डर
राज्य सरकार ने लेवल-3 टीकाकरण के लिए सीरम इंस्टीट्यूट को 30 लाख डोज का ऑर्डर दिया है। केंद्र सरकार ने ऑर्डर के अंतर्गत इस महीने के लिए पंजाब को 3.30 लाख डोज अलॉट कर दी हैं। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं कि विश्व बैंक से लिए कर्जे में से कुछ हिस्सा टैंकरों सहित 10,000 ऑक्सीजन कन्संट्रेटर, ऑक्सीजन प्लांट और वैक्सीन खरीदने के लिए इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने बताया कि टाटा ग्रुप द्वारा भेजे गए 500 ऑक्सीजन कन्संट्रेटरों के अलावा टाटा मेमोरियल अस्पताल द्वारा भी 200 और कन्संट्रेटर भेजे गए हैं।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू और मेडिकल शिक्षा मंत्री ओपी सोनी को हिदायत दी कि वे बठिंडा सिविल अस्पताल में कैंसर के मरीजों को कीमोथेरेपी मुहैया कराने की संभावनाओं का पता लगाएं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जिले के कैंसर अस्पताल का इस्तेमाल कोविड मरीजों के लिए एल-3 सुविधा के तौर पर जारी रखा जाए।
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