डेली संवाद, जालंधर
पंजाब के जालंधर से जीएसटी घोटाला (GST scam) की विजिलेंस जांच के दौरान बड़ी खबर सामने आ रही है। जालंधर के एक GST ऑफिसर को रिश्वत देने आया तम्बाकू बिजनेसमैन काबू को विजिलेंस की टीम ने ट्रैप लगाकर गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि बिना टैक्स माल छुड़वाने के बदले GST मोबाइल विंग के अफसर को 50 हजार की रिश्वत देते एजेंट को विजिलेंस ने रंगे हाथों को गिरफ्तार किया है।
विजीलैंस ब्यूरो द्वारा जारी प्रेस नोट के मुताबिक दीपइंदर सिंह गरचा GST मोबाइल विंग में बतौर ACST तैनात हैं। उनकी ड्यूटी GST को सरकार के खजाने में जमा करवाना है। उनके पास रेलवे स्टेशन का एरिया भी है। वहां 28% स्लैब वाले तंबाकू के प्रोडक्ट भी रेलवे के जरिए जालंधर आते हैं। इन प्रोडक्ट की जांच कर बनता GST लेकर सरकार को जमा कराने की देखरेख गरचा करते हैं।
इस दौरान 15 फरवरी को जालंधर रेलवे स्टेशन पर तंबाकू प्रोडक्ट की खेप आई थी। जिसे टैक्स की अदायगी व पैनल्टी के लिए रोका गया था। इस खेप को बिना GST दिए ही छुड़वाने के लिए एजेंट(पासर) वरूण महाजन निवासी 154-155, कालिया कॉलोनी बहुत कोशिश कर रहा था। वह ACST दीपइंदर गरचा पर मानसिक दबाव डाल रहा था। वह गरचा के ऑफिस गया और बिना GST दिए प्रति महीने रिश्वत की रकम तय करने को कहने लगा।
गरचा ने विजिलेंस को इसकी शिकायत कर दी। इसके बाद विजिलेंस के DSP दलबीर सिंह ने इंस्पेक्टर राजविंदर कौर की अगुवाई में टीम बनाई। सरकारी गवाहों को साथ लेकर विजिलेंस की टीम ने आरोपी वरूण महाजन को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया, जब वह गरचा को 50 हजार की रिश्वत दे रहा था।