डेली संवाद, लुधियाना
डीजीपी साहब, अब भी वक्त है। अपने अफसरों को मारे जाने से बचा लीजिए। पंजाब को नशा मुक्त करने का मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की सौगंध का भी पालन कर लीजिए। साथ ही पंजाब के बच्चों को नशे की लत से बचा लीजिए। आपने देखा नहीं कि आज लुधियाना के जगराओं में सरेआम ड्रग डीलरों ने आपके दो अफसरों को दौड़ा दौड़ा कर पीटा और गोली मारकर हत्या कर दी। आपके अफसर मारे जा रहे हैं, आप पंजाब में नशा तस्करों का एनकाउंटर कब शुरू करेंगे?
पंजाब के लुधियाना में शनिवार दोपहर नशा तस्करों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जगरांव की अनाज मंडी में हुई इस वारदात में सीआईए स्टाफ में तैनात दो एएसआई की मौत हो गई है। मृतकों की पहचान एएसआई भगवान सिंह और एएसआई दलविंदर सिंह के तौर पर हुई है। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी नशा तस्कर मौके से फरार हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस आरोपी नशा तस्करों की तलाश कर रही है। मृतकों का साथी राजविंदर सिंह फायरिंग में बाल बाल बच गया।
सीआईए स्टाफ के दो एएसआई की मौत
जानकारी के अनुसार, पुलिस को शनिवार दोपहर सूचना मिली थी कि नई अनाज मंडी में नशा तस्कर एकत्र हुए हैं। सीआईए स्टाफ में तैनात एएसआई भगवान सिंह और दलविंदर सिंह मौके पर पहुंचे। मौके पर नशा तस्कर एक ट्रक से कुछ सामान नीचे उतार कर कार में डाल रहे थे। मौके पर नशा तस्करों और एएसआई में किसी बात को लेकर झड़प हो गई।
इसके बाद नशा तस्करों ने एएसआई पर फायरिंग कर दी। दलविंदर सिंह जब मौके से भागने लगा तो उसे भी गोली मार दी गई। एएसआई भगवान सिंह की मौके पर मौत हो गई, जबकि घायल दलविंदर सिंह ने अस्पताल में दम तोड़ा। उनका साथी राजविंदर सिंह फायरिंग में बाल बाल बच गया। इस वारदात के समय कुछ युवा वहीं क्रिकेट खेल रहे थे, जब उन्होंने घटना को अपने मोबाइल में कैद करना चाहा तो नशा तस्करों ने उन पर भी गोली चला दी। संयोग से गोली किसी युवा को नहीं लगी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।







