डेली संवाद, जालंधर
पंजाब कांग्रेस में मचा सियासी घमासान बढ़ता जा रहा है। विधायक परगट सिंह को मिली धमकी के बाद कलह बढ़ गई है। परगट ने मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार संदीप संधू पर धमकाने का आरोप लगाया है। परगट सिंह ने कहा है कि उनकी लड़ाई मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से नहीं, बल्कि सड़ चुके सिस्टम के खिलाफ है। वे राजनीति में आए ही इसीलिए हैं, कि सिस्टम के खिलाफ लड़ाई लड़कर आम नागरिक को सुविधा दिला सकें।
डेली संवाद डिजिटल मीडिया और समर्थ संवाद अखबार से बात करते हुए जालंधर कैंट के विधायक परगट सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि सिस्टम के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि जब वे अकाली दल में थे तब भी लड़ाई सिस्टम से था, सिस्टम से लड़ाई लड़ी। उनको कैंट की जनता ने वोट देकर विधायक चुना है, न कि मुझे सिस्टम ने चुनकर भेजा है। इसलिए आम नागरिक के लिए सिस्टम से लड़ाई जारी रखेंगे।
रावत और जाखड़ का फोन आया, कैप्टन से कोई बात नहीं हुई
परगट सिंह ने कहा कि ‘ओलिंपियन और पद्मश्री अवार्डी को इस तरह धमकी दी जा सकती है तो आम आदमी का क्या होगा?’ उन्होंने कहा कि इस मसले को लेकर पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ का फोन आया था। मैंने उन्हें सभी बातें बता दी। फिलहाल इस मसले पर अभी तक उनकी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह कोई बातचीत नहीं हो सकी है।
किसी दूसरे दल में नहीं जा रहे हैं, सिद्धू के नाते मुझे टारगेट किया है तो शर्मनाक
परगट सिंह ने कहा कि वे पार्टी के खिलाफ नहीं है। वे सिस्टम के खिलाफ है। उन्होंने इस बात से इंकार किया कि वे किसी औऱ दल में जाने वाले हैं। परगट ने कहा कि सिस्टम को सुधारने के लिए आवाज उठाई है। किसी अन्य दल में जाने का सवाल नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू के दोस्त होने के नाते अगर मुझे टारगेट किया जा रहा है, तो यह सरकार के लिए बड़े ही शर्म की बात है।
किस कांग्रेसी नेता ने क्या कहा?
- भारत भूषण आशु ने कहा, सभी को अपने मसले पार्टी प्लेटफार्म पर उठाने चाहिए। परगट को धमकाने व चन्नी केस दोबारा खोलना दुर्भाग्यपूर्ण है।
- नवजोत सिंह सिद्धू ने सोशल मीडिया पर लिखा, जो भी सच की आवाज बोलता है, वह आपका दुश्मन बन जाता है। आप अपने पार्टी सदस्यों को धमकाकर अपने भय व असुरक्षा को दिखा रहे हो। मंत्री, विधायक व सांसद जनता की आवाज उठा रहे हैं।
- मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, महिला आयोग की चेयरमैन के बयान को लेकर हम सब इकट्ठा हुए थे। मेरे ऊपर एक साजिश के तहत कार्रवाई की मांग की जा रही है जबकि किसी ने शिकायत तक नहीं की है। सभी ने सीएम से स्थिति साफ करने को कहा है।
- प्रताप सिंह बाजवा ने कहा परगट को विजिलेंस की धमकी व नवजोत सिद्धू के खिलाफ विजिलेंस की कार्रवाई गैरकानूनी है। कैप्टन गलत टीम के साथ काम कर रहे हैं। महिला आयोग की चेयरपर्सन को पता हो कि वे न धरना दे सकती है ना राजनीतिक टिप्पणी कर सकती हैं।
- मंत्री सुखजिंदर रंधावा ने कहा, हमारी लड़ाई गुरुग्रंथ साहब की बेअदबी मामले में आरोपियों को सजा ना दिलवाने को लेकर है। पता नहीं कौन इस मामले को दबाना चाह रहा है। चन्नी मामले में महिला कमीशन की अध्यक्ष को तीन साल बाद ही मामला क्यों याद आया।