डेली संवाद, जालंधर
जालंधर पुलिस अगर ADGP के लेटर पर एक साल पहले स्पा सैंटर को बंद करवा कर आशीष को गिरफ्तार कर लेती तो 15 साल की नाबालिगा की आबरू बच जाती है। इस गैंगरेप में कहीं न कहीं खाकी और खादी पर भी छींटे पड़ रहे हैं। मामला हाई प्रोफाइल होने के कारण इस केस को सुनियोजित तरीके से बंद करने की तैयारी है। यही नहीं, कई दिनों से फरार चल रहा गैंगरेप का पांचवां आरोपी अरशद खान को पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि एक साल पहले जिस एसएचओ ने आशीष और स्पा सैंटर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की, क्या अब डीजीपी इस मामले में उक्त एसएचओ पर कोई कार्रवाई करेंगे?
सभी आरोप गिरफ्तार, पीड़िता को जल्द मिलेगा न्याय : पुलिस कमिश्नर
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि स्पैशल जांच टीम और पुलिस डिविज़न नंबर 6 की पुलिस की तरफ से सांझे तौर पर बाकी रहता आरोपी, जो कि अपराध करने के बाद भाग गया था को काबू कर लिया है। इससे पहले पुलिस टीमों की तरफ से चार आरोपी जिसमें मुख्य आरोपी आशीष बहल और ज्योति जो कि लुधियाना ज़िले के निवासी थे को गिरफ़्तार किया जा चुका है। उन्होनें बताया कि परीक्षक अधिकारियों की तरफ से गिरफ़्तार किये गए आरोपियों से इस केस सम्बन्धित और पूछताछ की जा रही है और इनको जल्द अदालत के सामने पेश किया जायेगा।
भुल्लर ने बताया कि विशेष जांच टीम की तरफ से इस केस में ज़रुरी आरोपियों को गिरफ़्तार करने और केस में तेज़ी के साथ जांच को यकीनी बनाने के लिए 24 घंटे काम किया गया। अब पाँचवे आरोपी जिसमें सोहित शर्मा, ज्योति, अशीष बाहल, इंद्र और अरशद खाने शामिल हैं को पुलिस की तरफ से गिरफ़्तार कर लिया गया है। पुलिस कमिश्नर ने आगे बताया कि स्पैशल जांच टीम की तरफ से पड़ताल को पूरा कर लिया जायेगा और पीडित को समय पर न्याय दिलाने के लिए आरोपियों के ख़िलाफ़ जल्द से जल्द अदालत में चार्जशीट पेश की जायेगी।
एडीजीपी के लेटर पर कार्रवाई न करने पर जालंधर पुलिस की भूमिका संदिग्ध
जालंधर के स्पा सैंटरों में सैक्स रैकेट मामले में डेली संवाद का अहम खुलासे के बाद प्रतिक्रियाएं आने लगी है। भाजयुमो पंजाब के को-कनवीर अर्जुन त्रेहन ने आरोप लगाया है कि इस पूरे मामले में कांग्रेस के बड़े नेताओं की मिलीभगत है। यह गैंगरेप काग्रेस पार्षद के पिता की इमारत में हुआ। गैंगरेप में कांग्रेस नेता भाई सीधे तौर पर शामिल है। जिसे पुलिस ने आज गिरफ्तार किया।
अर्जुन त्रेहन ने कहा कि एडीजीपी रैंक के अधिकारी स्पा सैंटर की आड़ में चल रहे देह व्यापार के अड्डे पर कार्रवाई को लेकर जालंधर पुलिस को पत्र लिखते हैं, लेकिन उस पत्र को एक एसएचओ स्तर का अधिकारी कचरे में डाल देता है। स्पा सैंटर पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, उसमें गलत काम करवाने वाला आशीष माडल टाउन में नया स्पा सैंटर खोलकर नाबालिगा से गैंगरेप करता है।
देह व्यापार के धंधे को तत्काल बंद करवाए पुलिस
डेली संवाद को मिले दस्तावेजों मेें इस पत्र में एडीजीपी इंटलीजेंस ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिख कहा कि जालंधर के पीपीआर माल में स्पा सैंटर की आड़ में देह व्यापार का धंधा किया जा रहा है, जिसका मास्टर माइंड आशीष नाम का युवक बताया जा रहा है। इस देह व्यापार के धंधे को तत्काल बंद करवाने के लिए जालंधर पुलिस कमिश्नर को पत्र भेजा।
पत्र के मुताबिक पुलिस कमिश्नर ने एसीपी माडल टाउन को जांच और कार्यवाही के लिए भेजा। यहां से एडीसीपी और उसके बाद एसएचओ थाना डिवीजन-7 को भेजी गई। लेकिन इसके बाद यह पत्र फाइलों में दम तोड़ गया। चूंकि पीपीआर माल एरिया थाना-7 में आता है, इसलिए थाना-7 के एसएचओ से जांच और कार्यवाही के लिए लिखा गया। लेकिन पीपीआर माल में स्पा सैंटर की आड़ में देह व्यापार का धंधा चलता रहा।
पीपीआर माल में जिस आशीष ने स्पा सैंटर की आड़ में सैक्स रैकेट चला रहा था, उसी आशीष ने माडल टाउन में एक कांग्रेसी नेता की इमारत में क्लाउड स्पा सैंटर खोल दिया। इस स्पा सैंटर में एक 15 साल की नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप किया गया। इसमें आशीष समेत सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एक साल से क्यों नहीं हुई कार्रवाई
सैक्स रैकेट और स्पा सैंटरों से जुड़े लोग कितने ताकतवर हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 10 फरवरी 2020 को एडीजीपी इंटलीजैंस द्वारा कार्यवाही के लिखे गए पत्र पर न तो कोई जांच हुई और न ही स्पा सैंटर को बंद करवाया गया। जिससे आप सहज ही अनुमान लगा सकते हैं कि स्पा सैंटरों में किस तरह से सफेदपोश और वर्दीधारी अधिकारी संलिप्त हैं।