डेली संवाद, पटियाला
कांग्रेस हाईकमान और पंजाब प्रभारी हरीश रावत की हिदायत के बाद भी नवजोत सिंह सिद्धू लगातार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब की कांग्रेस सरकार के खिलाफ मुखर हैं। उन्होंने कहा है कि 17 साल से लोकसभा, राज्यसभा, विधायक, मंत्री रहे। इस सबका एक ही मकसद है, पंजाब को चलाने वाली व्यवस्था बदले। लोगों की सत्ता वापस लोगों को मिले। लेकिन जब सिस्टम ने सुधार के हर प्रयास को ना कहा, तो मैंने सिस्टम को खारिज कर दिया। हालांकि इस दौरान कैबिनेट में पेशकश आती रही।
नवजोत सिद्धू ने कैप्टन को सिस्टम के नाम से संबोधित कर लगातार तंज किया। उन्होंने कहा कि पंजाब में दो घराने का सिस्टम लेजिसलेटिव पावर को खत्म कर रहा है। उनका अपरोक्ष रूप से इशारा कैप्टन और बादल परिवार की तरफ था। उन्होंने कहा कि उनका एजेंडा ही उनके लिए सबकुछ है। उन्हें न तो गुजरात मॉडल मंजूर है और न दिल्ली मॉडल पसंद है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने 10 मिनट के इंटरव्यू में कहा कि पंजाब को अपना अलग ही पंजाब मॉडल चाहिए जो बाबा नानक की 13-13 की फिलासफी से प्रभावित होगा। उन्होंने कहा कि मेरी लड़ाई विचार धारा की है। कांग्रेस सरकार के रणनीतिकार और मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रशांत किशाेर 60 बार मेरे पास आए थे, तब मैं अपना एजेंडा क्लियर कर उसकी पूर्ति के लिए कांग्रेस में आया।
हम सिस्टम बदलना चाहते हैं, हमारा एजैंडा क्लियर है, देखें पूरा इंटरव्यू
https://youtu.be/W0h2UgTCC34







