डेली संवाद, चंडीगढ़/अमृतसर
विधानसभा चुनाव की आहट के बीच पंजाब में सियासी गतिविधियां बढ़ गई हैं। आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को दोपहर एक बजे पंजाब भवन में प्रेस कांफ्रेंस करने का एलान किया। इसके बाद पार्टी की तरफ से कहा गया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के कार्यालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। आम आदमी पार्टी ने कहा कि कैप्टन कितनी भी कोशिश कर लें, हम प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
वहीं अरविंद केजरीवाल को प्रेस कांफ्रेंस न करने देने के विवाद पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि यह बिलकुल सच नहीं है। हमने कुछ दिन पहले ही अरविंद केजरीवाल को पंजाब में एक रैली को संबोधित करने दिया था तो अब हम उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से क्यों रोकें। अगर वह चाहते हैं तो मैं उनके लंच की व्यवस्था भी कर सकता हूं। कैप्टन ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी सिर्फ नाटक करना चाहती है, फिर चाहे उसके लिए झूठ ही क्यों न बोलना पड़े।
कुंवर विजय प्रताप के घर के बाहर अकाली नेताओं का धरना
सोमवार को अमृतसर के माल रोड स्थित आम आदमी पार्टी के नेता कुंवर विजय प्रताप के घर के बाहर अकाली नेता धरना देने पहुंचे। इस दौरान पुलिस के साथ नेताओं की धक्का मुक्की हो गई। रविवार को शिअद के पूर्व विधायक विरसा सिंह वल्टोहा ने कुंवर विजय प्रताप पर राजनीतिक हमला करते हुए कहा कि ड्रग मामले में गिरफ्तार राजीव भगत के कुंवर विजय प्रताप सिंह के साथ तार जुड़े हुए हैं। अगर इन दोनों की कॉल डिटेल निकलवाई जाए तो सच्चाई सामने आ सकती है।
वल्टोहा ने कहा कि कुंवर विजय प्रताप सिंह एसटीएफ, एसएसओसी और ओपो के चीफ रहे। यह सभी विंग तस्करों और गैंगस्टरों की धर पकड़ करते हैं लेकिन कुंवर ने पिछले साढ़े चार साल के दौरान कोई बड़े तस्कर या गैंगस्टर नहीं पकड़े। कुंवर का राजीव भगत के साथ पुराना संबंध है। जब सेवा के दौरान कुंवर का कैप्टन की ओर झुकाव था तो राजीव भगत कांग्रेस के साथ थे और जब कुंवर ने आम आदमी पार्टी में शामिल होना था तो कुछ दिन पहले ही भगत आप का हिस्सा बन गए।
कुंवर ने अपनी वर्दी को राजनीतिक फायदे के लिए प्रयोग किया
उन्होंने राजीव भगत की पंजाब के सीएम व अन्य कांग्रेसी नेताओं सहित राहुल गांधी के साथ तस्वीरें दिखाते हुए कहा कि कुंवर के पास कोई रास्ता नहीं रहा तो वे आप में शामिल हो गए। उन्होंने एक तस्वीर दिखाते हुए कहा कि इसमें हमारा भी एक साथी (इंद्रबीर सिंह बुलारिया) भी इनके साथ रहा है।
कुंवर ने अपनी वर्दी को राजनीतिक फायदे के लिए प्रयोग किया। बताया तो यह भी जा रहा है कि राजीव भगत ने आप में शामिल होने के लिए केजरीवाल और पार्टी के जरनैल सिंह को बड़ी राशि अदा की। वल्टोहा ने कहा कि कुंवर ने अपनी वर्दी का फायदा दिखाते हुए एक राजनेता के इशारे पर यूपी से कुछ लोगों को गिरफ्तार कर उन पर एनडीपीएस का केस डाला, जिसमें हाईकोर्ट ने कुंवर को 5,000 रुपये जुर्माना किया।