सुखबीर बादल बौखलाहट में, ख़ुद की सरकार के समय की धांधलियां अब ख़ुद ही दिखा रहे हैं : सरकारिया

Daily Samvad
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डेली संवाद, चंडीगढ़
पंजाब के खनन मंत्री सुखबिन्दर सिंह सरकारिया ने सुखबीर सिंह बादल पर तंज़ कसते हुए कहा है कि राजनैतिक साख खो देने के बाद अब सस्ती शोहरत कमाने के लिए जिस तरह से सुखबीर हाथ पैर मार रहा है, उससे पूरी तरह उसकी बौखलाहट झलक रही है। खनन मंत्री ने कहा कि होशियारपुर ज़िले की जिन साईटों पर सुखबीर गए और जहाँ जाकर उसने एक बार फिर अवैध खनन का शोर मचाया है वास्तव में उन सभी स्थानों का पिछली सरकार के समय ऑक्शन किया गया था।

उन्होंने कहा कि इन स्थानों पर पिछले समय में कुछ लोगों ने गैरकानूनी खनन करने की कोशिश की थी परन्तु विभाग द्वारा कार्रवाई करके भारी जुर्माने किये गए हैं। यही कारण है कि खनन वाले अकालियों के इन पसन्दीदा स्थानों पर आज भी सिर्फ़ अकाली ही गए। वहाँ न तो कोई मशीनरी थी और न ही कोई खनन हो रहा था।

रेत माफिया शब्द अकाली-भाजपा सरकार की देन

खनन मंत्री ने कहा कि सभी पंजाब वासियों को पता है कि रेत माफिया शब्द अकाली-भाजपा सरकार की देन है और जितनी धाँधली पिछली सरकार ने मचाई वह किसी से छिपी नहीं है। बादलों के शासन के 10 सालों के दौरान खनन से सरकारी खजाने को सिर्फ़ 35 से 40 करोड़ रुपए के करीब सालाना आय होती थी जबकि मौजूदा समय में यह लगभग 10 गुणा बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि अकालियों ने सिर्फ़ अपनी जेबें भरीं और ग़ैर कानूनी खनन के द्वारा पंजाब के सरकारी खजाने को करोड़ों रुपए का चूना लगाया।

सरकारिया ने कहा कि सुखबीर को पता है कि आने वाले विधानसभा मतदान में अकाली सरकार के मुकाबले मौजूदा कांग्रेस सरकार द्वारा खनन के काम में लाई पारदर्शिता का मुद्दा उभरेगा। इसलिए सुखबीर अपना बचाव करने के लिए ऐसे व्यर्थ के दौरे कर रहा है। उन्होंने कहा कि होशियारपुर ज़िले की जिन साईटों पर जाकर वह अवैध खनन का शोर मचा रहा है वास्तव में ये अकालियों की ही देने है। जबकि कांग्रेस सरकार ने तो खनन का ठेका लेने वालों को पहले ही अच्छी आय के लिए नीतिगत शर्तें तय की हुई हैं और ठेकेदार कानूनी ढंग से खनन करके अच्छा लाभ कमा रहे हैं। पंजाब के लोगों को भी रेत वाजिब दाम पर मिल रही है।

साईटें साल 2008 और 2011 में पंजाब सरकार द्वारा ऑक्शन पर रही

सुखबिन्दर सिंह सरकारिया ने स्पष्ट किया कि जिन खानों संबंधी सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब वासियों को गलत तथ्यों के द्वारा गुमराह करने की कोशिश की है, वह अकाली सरकार के समय की हैं जिस पर विभाग द्वारा पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है। इस संबंधी खनन अधिकारी, होशियारपुर द्वारा बताया गया कि जो खानें/गड्ढे सुखबीर सिंह बादल द्वारा दिखाए गए हैं, वह साल 2016 से पहले के हैं, जिस पर विभाग द्वारा पहले ही अपेक्षित कार्रवाई की जा चुकी है।

इस सम्बन्धी विस्तार में जानकारी देते हुए खनन विभाग के एक प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि जिन स्थानों का दौरा सुखबीर सिंह बादल द्वारा किया गया वे साईटें साल 2008 और 2011 में पंजाब सरकार द्वारा ऑक्शन पर रही हैं। इन सालों के दौरान पंजाब में शिरोमणि अकाली दल-भाजपा की सरकार थी। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा गाँव जीवनवाल में 14,54,400 रुपए, गाँव बरियाना में 40,43,400 रुपए, गाँव धामिया में 2,30,010 रुपए और गाँव संधवाल में 2,23,350 रुपए के रिक्वरी नोटिस जारी किये जा चुके हैं। इनमें से गाँव बरियाना से 1,11,990 रुपए, गाँव संधवाल से 1,92,000 रुपए और गाँव जीवनवाल से 3,03,407 रुपए की रिक्वरी करके सरकारी खजाने में जमा करवा दी गई थी।

बरिंगली में भी 1,56,35,760 रुपए का रिक्वरी नोटिस

उन्होंने आगे बताया कि गाँव बरिंगली में भी 1,56,35,760 रुपए का रिक्वरी नोटिस जारी किया हुआ है। इसके अलावा खनन विभाग द्वारा करीब 5,36,59,620 रुपए के नोटिस पहले ही जारी किये जा चुके हैं। प्रवक्ता अनुसार सुखबीर सिंह बादल द्वारा जिन लीगल साईटों का दौरा किया गया वे साईटें सरकार द्वारा ई-ऑक्शन के द्वारा ब्लॉक नंबर 4 प्राइम विजन इंडस्ट्रीज प्राईवेट लिमिटेड, 312 तीसरी मंजिल, विशाल चेंबर पी-1, सैक्टर-18, नोयडा को ठेके पर दी गई हैं। इन साईटों से मौके पर कोई भी ग़ैर कानूनी खनन गतिविधि नहीं पाई गई और न ही कोई मशीनरी मिली है।

उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि पंजाब सरकार द्वारा ग़ैर कानूनी खनन को रोकने के लिए एक इंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट स्थापित किया गया है जिसने छापेमारी करके पंजाब के कुछ स्थानों पर गैरकानूनी खनन के धंधे को रोककर मशीनरी कब्ज़े में ली है। खनन की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए विभाग द्वारा एक वेब पोर्टल भी तैयार किया गया है ताकि किसी भी किस्म की ग़ैर कानूनी खनन गतिविधि न हो सके।




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