पंजाब को हरा-भरा बनाने के लिए मुख्य सचिव ने 54.67 करोड़ रुपए की लागत वाले ग्रीन पंजाब मिशन को दी मंजूरी

Daily Samvad
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डेली संवाद, चंडीगढ़
पंजाब को हरा-भरा और साफ़-सुथरा बनाने के लिए जल्द ही पौधे लगाने की एक विशाल मुहिम चलाई जाएगी। यह आज यहाँ चालू वित्त वर्ष 2021-22 के लिए मंज़ूर किये गए 54.67 करोड़ रुपए की लागत वाले ग्रीन पंजाब मिशन का हिस्सा होगा। यह मंजूरी आज यहाँ मुख्य सचिव श्रीमती विनी महाजन की अध्यक्षता में हुई ग्रीन पंजाब मिशन की संचालन समिति की मीटिंग में दी गई।

मुख्य सचिव ने वन विभाग को 25 लाख पौधे मुफ़्त बाँटने संबंधी योजना बनाने के लिए कहा जिससे राज्य में हरियाली अधीन क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए लोगों को इस मिशन में शामिल किया जा सके। मुख्य सचिव ने वन विभाग को शहरी क्षेत्रों में पहले सिख गुरू श्री गुरु नानक देव जी के नाम पर 101 नई बगीचीयां (नरसरियाँ) लगाने, राज्य में पंचायत और वन भूमि पर नौवें सिख गुरू श्री गुरु तेग़ बहादुर जी के नाम पर 128 पवित्र वन (वन क्षेत्र) और इस वित्त वर्ष दौरान 12 फारेस्ट और नेचर अवेयरनैस पार्क तैयार करने के निर्देश भी दिए।

एक लाख और पौधे लगाने के प्रयास किये जा रहे हैं

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा नये रूप में बनाए गए मिशन तंदुरुस्त पंजाब की शुरुआत का ज़िक्र करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि ग्रीन पंजाब मिशन नागरिकों की सेहत और तंदुरुस्ती के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण उप-मिशनों में से एक है जिसका उद्देश्य आगे आने वाले जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को घटाना है।

उन्होंने कहा कि पौधे लगाने की सभी गतिविधियां इस मॉनसून सीजन में मुकम्मल की जाएँ और इसमें लोगों, समुदायों और विभिन्न हितधारकों की भागीदारी और सहयोग को यकीनी बनाया जाये। वित्त कमिश्नर, वन डी.के. तिवारी ने मुख्य सचिव को बताया कि विभाग ने पिछले साल एन.एच.ए.आई. के सहयोग से एक लाख लंबे पेड़ लगाए थे और इस साल भी पंजाब से गुज़रने वाले राजमार्गों के 5 अलग-अलग हिस्सों पर एक लाख और पौधे लगाने के प्रयास किये जा रहे हैं।

शिवालिक के नीचे की पहाड़ियों में हरियाली

यह भी बताया गया कि अबोहर में माता अमृता देवी बिश्नोई स्मारक 3.15 करोड़ रुपए की लागत से मुकम्मल हो गया है और लोगों के लिए खोल दिया गया है। एक अन्य ग्रीनिंग प्रोजैक्ट ग्रीन इंडिया मिशन जिसमें विशेष तौर पर कंडी और शिवालिक के नीचे की पहाड़ियों को कवर किया गया है, के अंतर्गत शिवालिक के नीचे की पहाड़ियों में हरियाली अधीन क्षेत्र बढ़ाने के लिए मोहाली, रोपड़, नवांशहर और होशियारपुर में फैले 2375 हेक्टेयर क्षेत्रफल में सहायता प्राप्त सुधार कार्य चलाए जाएंगे।

100 पुराने पेड़ों की देखभाल के लिए विरासत-ए-दरक्खत

शिवालिक के नीचे की पहाड़ियों में रहते स्थानीय समुदायों की आय में सुधार के लिए आमदनी पैदा करने वाली गतिविधियों जैसे कि स्थानीय नौजवानों के कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए एक करोड़ रुपए रखे गए हैं जिससे उनकी जीविका में सुधार लाया जा सके। मीटिंग में दूसरां के अलावा प्रमुख सचिव के.ए.पी. सिन्हा (वित्त), राज कमल चौधरी (योजनाबंदी), पी.सी.सी.एफ. वी.बी. कुमार, चीफ़ वाइल्ड लाईफ़ वार्डन आर.के. मिश्रा और ए.सी.सी.एफ. (विकास) और सी.ई.ओ. मीशन तंदुरुस्त पंजाब सौरभ गुप्ता भी मौजूद थे।

मीटिंग में राज्य के पुराने और विरासती वृक्षों की रक्षा और इनके योगदान को मान्यता देने के लिए एक विलक्षण योजना विरासत-ए-दरक्खत बारे विचार किया गया। यह फ़ैसला लिया गया कि ग्रीन पंजाब मिशन के अंतर्गत पहले चरण में वन विभाग द्वारा राज्य के 100 सबसे पुराने वृक्षों की पहचान करके उनकी देखभाल की जायेगी।

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