डेली संवाद, जालंधर
पंजाब विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने शेष हैं। एसे में चाय की दुकान से लेकर फाइव स्टार होटल की पार्टियों और क्लबों में बस चुनावी चर्चा ही चल रही है। पहली चर्चा कांग्रेस में कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिद्धू को लेकर होती, दूसरी चर्चा स्थानीय विधायक के कार्यों और उनके चरित्र को लेकर होती है। एसे में डेली संवाद (www.dailysamvad.com) आज से पब्लिक स्पीक कालम शुरू कर रहा है। जहां डेली संवाद के रिपोर्टर अपनी कानो सुनी बातें यहां शेयर करेंगे।
आज हम जालंधर के सबसे हाट सीट सैंट्रल हलके की बात करने जा रहे हैं। इस सीट से मौजूदा समय में राजिंदर बेरी विधायक हैं। राजिंदर बेरी विधायक बनने से पहले नगर निगम में कौंसलर थे। फिलहाल राजिंदर बेरी की पत्नी उमा बेरी कौंसलर हैं और राजिंदर बेरी खुद सैंट्रल हलके के विधायक हैं। सैंट्रल हलका इसलिए सभी दलों के लिए अहम होता है, क्योंकि इस हलके में सभी सरकारी संस्थान से लेकर शहर का अहम हिस्सा पड़ता है।
समय – 11 बजे। स्थान – गुरुनानक पुरा मार्केट
गुरु नानक पुरा मार्केट में जलेबी स्टाल के बाहर भारी भीड़ लगी है। यहां लोग जलेबी और पकौड़े खरीद रहे हैं। साथ ही चर्चा यह है कि इस बार सैंट्रल हलके से कौन जीतेगा। जनकराज कहते हैं कि ‘बेरी बरगा, दूजा कोई नई मिलणा। आगे कहते हैं कि बेरी साहब घर आकर हालचाल पूछकर जाते हैं। दूसरा उन्होंने उनकी गलियां पक्की कराई। इसलिए इस बार भी साडा एमएलए बेरी ही होउगा।
चौगिट्टी के बूटा राम कहते हैं कि बात कांग्रेस की नहीं, बल्कि एक सच्चे इंसान की है। ऐसा इंसान जो अपने हलके में विकास करवाएं, अपने हलके के पब्लिक की बात सुने। यह गुण राजिंदर बेरी में है। कभी भी दफ्तर गया हूं, कोई भी काम कहा, मजाल है कि बेरी ने न किया हुआ।
हरजीत सिंह बोले- विधायक राजिंदर बेरी के मुकाबले इस बार कोई प्रत्याशी नहीं जीत सकता है। क्योंकि राजिंदर बेरी जमीन से जुड़े नेता हैं। और जो नेता जमीन से जुड़ा होता है, वह कभी हारता नहीं। बात कांग्रेस या किसी सियासी दल की नहीं है, बल्कि बात है काम करने वाले विधायक की है। इसमें राजिंदर बेरी उनके लिए खरे सोने से कम नहीं है।
कालिया को हराकर MLA बने थे बेरी
वर्ष 2017 में कांग्रेस के नेता राजिंदर बेरी ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया को 19 हजार से ज्यादा वोटों से हराकर विधायकी हासिल की थी। चूंकि राजिंदर बेरी की छवि एक जमीनी स्तर के नेता के रूप में होती है। राजिंदर बेरी जब कौंसलर थे तब भी स्कूटर पर बैठकर पूरे वार्ड के लोगों से मुलाकात करते थे। वार्ड का कोई ऐसा घर नहीं होगा, जहां बेरी न पहुंचे हो। खास बात तो यह कि बेरी खुद लोगों के काम पूछ कर करवाते रहे हैं, चाहे वह बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र हो या फिर किसी के घर में मृत्यु के बाद मृत्यु प्रमाण पत्र।
विधायक बनने के बाद भी राजिंदर बेरी का यह होम वर्क आज भी जारी है। करीब साढ़े चार साल विधायक के रूप में सैंट्रल हलके के लोगों की सेवा करते आ रहे राजिंदर बेरी के बारे में उनके हलके की जनता क्यो सोचती, क्या कहती है और क्या उम्मीद रखती है, इसे लेकर पब्लिक स्पीक में आज हम पब्लिक द्वारा कही गई बात रखी है।
नोट – पब्लिक स्पीक जारी रहेगी। आप भी अपने विधायक के बारे में कोई राय देना चाहते हैं, तो WhatsApp जरूर करें – 8847567663
*चेतावनी : कापी-पेस्ट वाले न्यूज पोर्टल और फेसबुकिया वालों से निवेदन है कि इस कंटेंट को कापी मत करना, नहीं तो कोर्ट का चक्कर काटोगे।








