करनाल। यूपी के मुजफ्फरनगर के बाद आज हरियाणा के करनाल में किसानों की महापंचायत (Karnal Kisan Mahapanchayat) है। अनिश्चितकाल के लिए मिनी सचिवालय के घेराव के ऐलान को देख हुए हरियाणा सरकार एक्शन मोड में आ गई है। प्रदेश सरकार ने 5 जिलों में सभी मोबाइल कंपनियों की इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाएं बंद (Internet Service Ban) कर दी है। जिन जिलों में ये सेवाएं बंद की गई है उनमें करनाल के अलावा कुरुक्षेत्र, कैथल, पानीपत और जींद शामिल हैं।
जिले में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 10 कंपनियों सहित सुरक्षा बलों की 40 कंपनियां तैनात की गई हैं, जहां स्थानीय अधिकारियों ने दण्ड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 (Section 144) के तहत निषेधाज्ञा लागू कर पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगा दिया।
करनाल के एसपी गंगाराम पूनिया ने कहा- किसान महापंचायत के तहत जिला प्रशासन और पुलिस की तरफ से पूरी सतर्कता बरती जा रही है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 40 कंपनियों की तैनाती की गई है। हम चाहते हैं कि महापंचायत शांति से हो और मसला आपसी बातचीत से हल हो जाए। हमने किसान नेताओं से भी कल बातचीत की थी। अगर कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो पुलिस की तरफ से ऐक्शन लिया जाएगा।
मंगलवार रात तक लगा बैन
राज्य के गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, हरियाणा सरकार ने सोशल मीडिया के जरिए गलत सूचना और अफवाहों के प्रसार पर काबू पाने के लिए करनाल जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया है. जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सोमवार दोपहर 12:30 बजे से लेकर मंगलवार मध्यरात्रि तक बंद रहेंगी.
कैसी है किसानों की तैयारी?
हरियाणा भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि उन्होंने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए प्रशासन को छह सितंबर तक की डेडलाइन दी है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ यहां सोमवार को बैठक हुई लेकिन उनकी मांगों के बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के बाद उन्होंने मंगलवार सुबह विशाल पंचायत बुलाने का फैसला किया।