विजय बहादुर तिवारी
डेली संवाद, गोण्डा
गोण्डा के कौडिया थाने में तैनात दरोगा अखिलेश यादव को जिस कुर्सी पर बैठ कर न्याय करनी थी उसी पर बैठकर वह हत्या की साजिश रच रहा था। अपने भाई की हत्या के आरोपी की हत्या की सुपारी जिले के बदमाशों दी। यही नही उन्हें आजमगढ़ पहुंचा और हत्या के लिए विरोधी के लोकेशन तक बताये।
इसका खुलासा आजमगढ़ पुलिस ने शुक्रवार की शाम को किया है। सुपारी पर आजमगढ़ गए दरोगा के सुपारी किलर वहां की पुलिस के हत्थे चढ़ गए और पूरा मामला सामने आ गया।
दरोगा को गिरफ्तार करने पहुंची टीम
इसके बाद पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने कौंडिया थाने के दरोगा अखिलेश यादव को निलंबित कर दिया है। जांच के लिए अपर पुलिस अधीक्षक को जिम्मेदारी दी है। वहीं दरोगा की गिरफ्तारी के लिए आजमगढ़ से पुलिस टीम गोंडा आ गई है।
आजमगढ़ पुलिस ने गोंडा से हत्या करने गए तीन शूटरों को गिरफ्तार कर चौंकाने वाला खुलासा किया है। इससे पुलिस व बदमाशों की गठजोड़ के भी संकेत मिले हैं। जिस थाने में बैठकर दरोगा पीडितों को न्याय दिलाने का काम करता था, उसी थाने से उसने अपने विरोधियों को ठिकाने लगाने की साजिश रच डाली।
तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया
आजमगढ़ पुलिस के मुताबिक रानी की सराय थाना क्षेत्र के अल्लीपुर डीहबाबा के पास से तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया। उनके पास से दो तमंचा, 9 कारतूस के साथ एक मोटरसाइकिल मिली। तीनों की पहचान दीनानाथ यादव पुत्र भगवती यादव, डफली यादव, देवेन्द्रनाथ यादव निवासी थाना नवाबगंज गोंडा के रूप में हुई। इनके खिलाफ पहले से नवाबगंज थाने में भी केस दर्ज है।
पूछताछ में यह बात सामने आई कि गोंडा के कौडिया थाने में तैनात दरोगा अखिलेश यादव ने उन लोगों को अपने भाई के हत्यारोपी की हत्या के लिए सुपारी दी है। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और गोंडा पुलिस को पूरी जानकारी दी। एसपी ने रिपोर्ट मिलने पर दरोगा को निलंबित कर दिया और जांच शुरू करा दी है।
एक साल से भाई के हत्या का बदला लेने की तैयारी में था दरोगा
कौंडिया थाने में तैनात दरोगा अखिलेश यादव एक साल से भाई के हत्या का बदला लेने की रणनीति तैयार कर रहा था। आजमगढ़ पुलिस के अनुसार जिले के थाना रानी की सराय के अल्लीपुर गांव के रहने वाले सब इंस्पेक्टर के भाई की हत्या 2020 में की गई थी। मामले में सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी।
एक आरोपी जमानत पर था, जिसकी हत्या के लिए शूटर भेजे गए थे। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार तीनों आरोपितों ने बताया कि दरोगा अखिलेश यादव ने अल्लीपुर गांव के रहने वाले रोहित की हत्या के लिए हम लोगों को 20 हजार रूपए दिए थे, जिससे हम लोगों ने तमंचा व कारतूस खरीदा।
दरोगा की गिरफ्तारी के लिए गोंडा पहुंची आजमगढ़ पुलिस
कौंडिया थाने में तैनात दरोगा अखिलेश यादव की गिरफ्तारी के लिए आजमगढ़ पुलिस की एक टीम गोंडा आ गई है। टीम के आने की रिपोर्ट आजमगढ़ के एसपी ने पत्र भेजा है और दरोगा के कारनामे की जानकारी दी है। जिले की पुलिस को सहयोग के लिए निर्देश दिए गए हैं।
फिलहाल दरोगा अभी गिरफ्त में नही आ पाया है। टीमें दरोगा को तलाश रहीं हैं, कौडिया थाने में तैनाती से पहले की तैनाती के आधार और दरोगा के संपर्कोँ को खंगाल कर गिरफ्तार करने के लिए प्रयास में टीम जुटी है। वहीं गोण्डा के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि आजमगढ़ में आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद दरोगा की संलिप्तता की रिपोर्ट मिली है। जिसके आधार पर दरोगा को निलंबित कर दिया गया है।