प्रदेश सरकार ने मंडल मुख्यालय पर राज्य विश्वविद्यालय खोलने की किया है घोषणा। राजकीय इंजीनियरिंग कालेज और मेडिकल कॉलेज के बाद अब विश्वविद्यालय की बारी
विजय बहादुर तिवारी
डेली संवाद, गोण्डा
देवीपाटन मंडल मुख्यालय होने के कारण जिले में अब राज्य विश्वविद्यालय भी बनेगा। राजकीय इंजीनियरिंग कालेज के बाद मेडिकल कॉलेज की सौगात मिली है। अब राज्य विश्वविद्यालय के स्थापना की राह भी आसान हो गई है। परसपुर के डोमाकल्पी गांव में इसके लिए राजस्व विभाग की तरफ से भूमि तय किया गया है। करीब सौ एकड़ में राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना होनी है।
अभी तक मंडल के महाविद्यालय दो विश्वविद्यालयों से सम्बद्ध चल रहे हैं। गोंडा व बहराइच के महाविद्यालय डा. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से सम्बद्ध हैं तो बलरामपुर व श्रावस्ती के महाविद्यालय सिद्धार्थ यूनीवर्सिटी सिद्धार्थनगर से सम्बद्ध हैं। अब मंडल में विश्वविद्यालय की स्थापना से मंडल के महाविद्यालयों के संचालन में आसानी होगी।
उच्च शिक्षा को अंतरराष्ट्रीय स्तर की बनाने का संकल्प
राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा को अंतरराष्ट्रीय स्तर की बनाने का संकल्प लिया है। इसके मद्देनजर प्रदेश के जिन मंडलों में राज्य विश्वविद्यालय है, वहां एक राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी। इसी तरह न्यून सकल नामांकन दर वाले 26 जिलों में मॉडल राजकीय महाविद्यालय खोले जाने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई है। जिसमें देवीपाटन मंडल मुख्यालय पर भी राज्य विश्वविद्यालय खोले जाने की स्वीकृति मिली है।
राजकीय महाविद्यालयों के भवन निर्माण के लिए भी 200 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान भी कर दिया है। अभी विश्वविद्यालय के स्थापना के लिए गोंडा शहर से करीब दस किलोमीटर दूर पर स्थित डोमाकल्पी गांव में भूमि तय किया गया है। यहां के कृषि फार्म के साथ ही सरकारी भूमि तय किया है।
सेवानिवृत्त राजस्व निरीक्षक कैलाश सिंह कहते हैं कि राजस्व विभाग ने भूमि की उपलब्धता की रिपोर्ट दे दी है। उन्होंने कहा कि वह सेवा में ही थे, तभी भूमि का प्रस्ताव भेजा गया है। वहीं आयुक्त एसवीएस रंगाराव ने बताया कि राज्य विश्वविद्यालय के लिए उनकी तरफ से भी प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। बजट में प्रावधान हो चुका है।
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