जयपुर। प्रभारी मंत्री के तौर पर पहली बार प्रतापगढ़ आए मंत्री डॉ. मुरारीलाल मीणा के स्वागत समारोह में कांग्रेसियों के बीच जमकर लात-घूंसे चले। इनमें प्रधान, सरपंच और पंचायत समिति सदस्य शामिल थे। गाड़ियों के आपस में टकराने के बाद विवाद शुरू हुआ था।
दो दिवसीय दौरे यहां पहुंचे मंत्री मीणा के स्वागत में दोपहर में जुलूस निकला था। तभी चित्तौड़गढ़ हाईवे पर टोल टैक्स के समीप वाहनों के जुलूस में पंचायत समिति सदस्य खातुराम मीणा और सरपंच रामलाल मीणा की गाड़ियां आपस में टकरा गईं। उनमें विवाद की शुरुआत हुई और कुछ ही देर में नेता और उनके समर्थक भिड़ गए। अड़ा-अड़ी में टकराहट लात-घूंसों में बदल गई।
मामला इतना बढ़ा कि पुलिस बुलानी पड़ी
लात-घूंसे चलता देख स्थानीय विधायक रामलाल मीणा को दखल देना पड़ा। उनके दखल से भी जब कुछ नहीं बना, तो पुलिस बुलानी पड़ी। पुलिस ने मामला सुलझाया। मंत्री मीणा ने कांग्रेसियों को आपस में नहीं लड़ने की हिदायत दी।
प्रभारी मंत्री डॉ. मीणा सड़क मार्ग से प्रतापगढ़ पहुंचे थे। तभी स्थानीय विधायक रामलाल मीणा एवं अन्य कांग्रेस पदाधिकारी जुलूस के तौर पर स्वागत के लिए पहुंचे। यहां वाहनों के साथ जुलूस लंबा हो गया। तभी टोल टैक्स पर सरपंच और जिला परिषद सदस्य के आगे-पीछे चल रहे वाहनों में टकराव हो गया। गाड़ी में हुए नुकसान को लेकर दोनों नेता गाड़ी से उतर गए। दोनों ने आपा खो दिया और वहीं पर लड़ने लगे।
नेताओं और उनके समर्थकों के बीच विवाद
शुरू में पुलिस ने माहौल खराब होने से रोकने के प्रयास किए, लेकिन बात नहीं बनी। नेताओं और उनके समर्थकों के बीच यहां विवाद के साथ ही लात-घूंसे चलने लगे। थाना साखथली सरपंच रामलाल मीणा, हॉट पंचायत समिति सदस्य खातूराम मीणा व सुहागपुरा प्रधान भरत पारगी के बीच लात-घूंसों का सिलसिला बढ़ता देख MLA रामलाल को दखल देना पड़ा। पुलिस ने भी मशक्कत कर नेताओं को छुड़ाया।