चंडीगढ़। ड्रग्स मामले में नामजद अकाली नेता व पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया ने आज मोहाली कोर्ट का रूख करते हुए अग्रिम जमानत याचिका दायर कर दी है। इस दौरान मजीठिया ने कहा है कि पंजाब की कांग्रेस सरकार चुनावी स्टंट कर रही है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है, ये सिर्फ बदलाखोरी और उन्हें बदनाम करने की साजिश है।
उधर, मजीठिया पर शिकंजा कसने के लिए कार्यवाहक डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय और एसटीएफ प्रमुख हरप्रीत सिंह सिद्धू ने ईडी के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह के साथ एसटीएफ कार्यालय में करीब दो घंटे तक बैठक की। वह निरंजन सिंह से जानना चाहते थे कि उन्होंने मजीठिया के खिलाफ की गई जांच में जुटाए गए सबूत कहां हैं और रिपोर्ट में उन्होंने जो कुछ भी लिखा है उसका रिकार्ड कहां पर है?
मजीठिया की मुश्किलें बढ़ सकती हैं
सूत्रों के अनुसार निरंजन सिंह ने दोनों अधिकारियों को यह बताया कि अपनी जांच में उन्होंने जो सबूत जुटाए थे वह दिल्ली, जालंधर और चंडीगढ़ के किन-किन अधिकारियों के पास उपलब्ध हैं। इस बैठक के बाद एक बात साफ है कि पुलिस मजीठिया के खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाने के लिए जिस तरह कार्रवाई कर रही है उससे आने वाले दिनों में मजीठिया की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
उल्लेखनीय है कि ईडी ने मजीठिया से कई बार पूछताछ करने के बाद अपनी रिपोर्ट भी तैयार की थी, लेकिन ईडी ने इसे आगे नहीं बढ़ाया।दूसरी तरफ पूर्व मंत्री मजीठिया के खिलाफ केस दर्ज होने के पुलिस 24 घंटे के बाद भी उन्हें पकड़ नहीं पाई है। पुलिस ने मजीठिया के विदेश भागने की आशंका जताई है, वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है।
जांच अधिकारियों का कहना है कि आरोपित को जल्द पकड़ लिया जाएगा। गिरफ्तारी के लिए छह टीमें बनाई गई हैं और पंजाब के अलावा हरियाणा, दिल्ली व उत्तर प्रदेश में मजीठिया की तलाश की जा रही है। इस मामले को लेकर गठित विशेष जांच टीम (एसआइटी) ने मजीठिया के करीबियों से पूछताछ की तैयारी कर ली है।
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