डेली संवाद, चंडीगढ़
जेल प्रशासन में व्यापक सुधारों की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज जेल विभाग के अधिकारियों को पंजाब की जेल प्रणाली को देश भर में सबसे बेहतर बनाने के लिए अपनी पूरी क्षमता और काबिलीयत से मिलकर काम करने के लिए कहा।
आज शाम यहाँ पंजाब भवन में जेल विभाग की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए भगवंत मान ने कहा कि शब्दों की अपेक्षा काम की कारगुज़ारी पर विशेष ध्यान दिया जाए और आप सभी द्वारा एक टीम के रूप में किए गए अच्छे कार्यों को प्रदर्शित करने के लिए केवल सफलता ही निर्णायक कारक होनी चाहिए।
समूची टीम की सराहना
जेल विभाग द्वारा गई अहम पहलकदमियों के लिए समूची टीम की सराहना करते हुए मान ने कहा कि आपको जेल प्रणाली के तेलंगाना मॉडल के मापदण्डों को पार करने के लिए उत्तम कारगुज़ारी दिखानी होगी। उन्होंने विभाग को अपेक्षित जनशक्ति, आईटी आधारित नवीनतम तकनीक और पर्याप्त निधि समेत हर तरह के समर्थन का आश्वासन दिया।
भगवंत मान ने आगे कहा कि हमारा मुख्य लक्ष्य कट्टर अपराधियों, गैंगस्टरों और नशा करने वालों सहित अन्य कैदियों को सुधारना होना चाहिए, जिससे उनको समाज की मुख्य धारा में लाया जा सके। उन्होंने कहा कि जेलों को सातना केंद्र नहीं बनाना चाहिए, बल्कि उनको सुधार घर बनाने की ओर ध्यान देना चाहिए, जिससे कैदियों को काउंसलिंग प्रदान की जा सके, जिससे वह अपनी सज़ा भुगतने के बाद समाज के आदर्श नागरिक बनकर सम्मान से जीवन व्यतीत कर सकें।
मान ने आगे कहा कि सभी कैदियों के साथ उनकी सामाजिक स्थिति या हालात की परवाह किए बिना एक सा व्यवहार किया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने जेल अधिकारियों को कहा कि वह कैदियों के मानवाधिकारों की रक्षा को सबसे अधिक प्राथिकमता दें।
जेल में बदसलूकी की गई
दक्षिणी अफ्रीकी के राष्ट्रपति स्वर्गीय नेल्सन मंडेला की घटना जिनके साथ जेल अधीक्षक द्वारा जेल में बदसलूकी की गई थी, का हवाला देते हुए, मान ने अधिकारियों से आग्रह किया कि वह मुकदमे अधीन और दोषी ठहराए गए कैदियों, दोनों के साथ इंसान की तरह व्यवहार करें। उन्होंने कहा कि कैदियों को जेल मैनुअल के अनुसार चिकित्सा, उचित सफ़ाई और मानक भोजन जैसी बुनियादी सुविधाएं दी जानी चाहीए हैं।
कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता ज़ाहिर करते हुए मान ने जेल विभाग के अधिकारियों को राज्य भर की जेलों के कामकाज को बेहतर बनाने के लिए अपने प्रयासों को और तेज़ करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अपराधों को अंजाम देने के लिए जेलों में मोबाइल फोन के ग़ैर-कानूनी प्रयोग को रोकने के लिए 24 घंटे सख़्त चौकसी रखी जाए और भ्रष्टाचार से सख़्ती से निपटा जाए।
MLA साहब, 24 घंटे बीत गए, JOSHI HOSPITAL पर कब होगी कार्रवाई
https://youtu.be/PLdSLuKnpfo