डेली संवाद, जालंधर
जालंधर के इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के अफसरों का कमाल देखिए। पिछले दो महीने से तीन मंजिला बन चुके अवैध कामर्शियल कांप्लैक्स को रुकवाने की बजाए एक दुकान का काम बंद करवाने पहुंच गए, जिससे झड़प हो गई। हैरानी की बात तो यह है कि सूर्या एंक्लेव में तीन मंजिला अवैध कामर्शियल कांप्लैक्स बन रहा है।
शिकायत के बाद ईओ परमिंदर सिंह गिल ने एक्सईएन विक्रम को इस अवैध कामर्शियल कांप्लैक्स के खिलाफ कार्ऱवाई के निर्देश भी दे दिए, लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उलटे, अवैध कामर्शियल कांप्लैक्स का निर्माण को और तेज कर दिया गया।
स्टैंडर्ड डिजाइन में बेसमेंट नहीं बनाया जा सकता
मामला सूर्या एंक्लेव में नक्शे के विपरीत तीन एससीओ को जोड़कर एक कामर्शियल कंप्लैक्स बनाए जाने का है। जो सरकार के स्टैंडर्ड डिजाइन के बिल्कुल उलट है। चर्चा यह है कि अवैध तरीके से कामर्शियल कांप्लेक्स बनवाने के लिए लाखों रुपए की डील हुई है। सूर्या एंक्लेव में एससीओ संख्या 25, 26 और 27 का इंप्रूवमेंट ट्रस्ट से अलग-अलग तीन नक्शे पास हुए, लेकिन मौके पर तीनों एससीओ को जोड़कर एक बड़ा कामर्शियल कांप्लैक्स बनाया जा रहा है।
हद तो यह है कि अवैध रूप से तीन नक्शों को जोड़कर बनाए जा रहे कामर्शियल कांप्लैक्स में बेसमेंट भी बनाया गया है, जबकि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के स्टैंडर्ड डिजाइन में बेसमेंट नहीं बनाया जा सकता है। एससीओ संख्या 25, 26 और 27 के मालिकों ने आपस में मिलीभगत कर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के अधिकारियों को मोटी रिश्वत देकर एससीओ को कामर्शियल कांप्लैक्स में तब्दील कर दिया।
बिल्डिंग मालिक पर FIR दर्ज करने और नक्शा रद्द करने के आदेश
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के ईओ परमिंदर सिंह गिल ने कहा है कि इस संबंध में एक्सईएन विक्रम को कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अवैध रूप से बन रहे कामर्शियल कांप्लैक्स का नक्शा रद्द करने और बिल्डिंग मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं।