अलवर। राजस्थान में अलवर के राजगढ़ में तीन मंदिरों को तोड़े जाने का मामला सामने आया है। जिसके बाद भाजपा कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है। भाजपा के आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने इस मामले में कांग्रेस को घेरा है। उन्होंने कहा कि करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना, यही कांग्रेस का सेक्युलरिजम है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार अलवर के राजगढ़ में तीन मंदिर पर बुलडोजर चलाया गया है। जिससे करीब 300 साल पुराने शिव मंदिर की मूर्तियां खंडित हुई हैं। मंदिर तोड़े जाने की वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। कहा जा रहा है कि 17 अप्रैल को राजगढ़ के शिव मंदिर को तोड़ा गया है।
भाजपा को वोट देने पर लिया गया बदला
मास्टर प्लान के तहत कस्बे के गोल सर्किल से मेला का चौराहा के मध्य मार्ग में बाधा बने दुकानों और मकानों को ध्वस्त करने को लेकर बुलडोजर चलाया गया। इसी क्रम में मंदिर को अतिक्रमण बताकर प्रशासन की टीम बुलडोजर के साथ पहुंची और उन्होंने मंदिर के गुंबज को तोड़ दिया। इसके बाद शिवलिंग को कटर की मदद से काटा गया। इस दौरान हनुमान जी सहित अन्य देवी-देवताओं की मूर्ति तोड़ी गई है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि मंदिर तोड़े जाने की शिकायत लेकर हम कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा के पास गए थे। उन्होंने कहा कि बोर्ड भाजपा का बनाते हो और शिकायत हमसे करते हो। स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया कि भाजपा को वोट देने के कारण उनसे बदला लिया गया है। मंदिर और मकान इसी कारण तोड़े गए हैं।
कांग्रेस विधायक के खिलाफ शिकायत दर्ज
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि विधायक जौहरीलाल मीणा ने मंच से कहा था कि कांग्रेस का बोर्ड होता तो बुलडोजर नहीं चलता। अब बबूल का पेड़ बोया है तो आम कहां से आएगा। आपको 24 घंटे का समय दिया जाता है, आप 34 पार्षदों को मेरे घर लेकर आओ कार्रवाई रुक जाएगी। नहीं तो मैं कार्रवाई नहीं रोक पाउंगा। विधायक के इस बयान का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जौहरीलाल मीणा का यह वीडियो 14 अप्रैल का बताया जा रहा है, जब वो एक उद्घाटन कार्यक्रम में राजगढ़ आए।
ब्रज भूमि कल्याण परिषद ने कांग्रेस विधायक और तीन अधिकारियों पर तीन मंदिर तोड़े जाने का आरोप लगाया है। जिसके बाद उन्होंने राजगढ़ के कांग्रेस विधायक जौहरीलाल मीणा, एसडीएम और नगरपालिका के सीआईओ के खिलाफ राजगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई गई।







