डेली संवाद, जालंधर
इंप्रूवमेंट ट्रस्ट जालंधर में पिछले कई साल से चले आ रहे धांधली के तार जालंधर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसके तार फगवाड़ा, करतारपुर, कपूरथला और लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट से भी जुड़े हैं। पिछले की सरकारों ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के क्रिया कलापों पर अगर ध्यान दिया होता तो आज करोड़ों रुपए का नुकसान शायद न होता। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट से लोगों का ट्रस्ट भी खत्म न होता।
पिछले कई दिनों से इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में एलडीपी कोटे के प्लाट से लेकर अकाउंट से लाखों रुपए एडवांस निकालने औऱ प्रापर्टी डीलरों के साथ साथ ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने का खबरें जालंधर से लेकर चंडीगढ़ तक तैर रही हैं। इन खबरों को पुष्टि उस वक्त हुई, जब चीफ विजीलैंस अफसर ने जालंधर समेत कई इंप्रूवमेंट ट्रस्ट दफ्तरों में छापेमारी की। इस दौरान कई अनियमितताएं सामने आई।
जालंधर को बर्बाद करने के पीछे एक बड़ी साजिश रची गई
पंजाब में पहली बार गैर अकाली और कांग्रेसी सरकार बनी है। आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद लोगों को उम्मीद है कि करप्शन पर रोक लगेगी। जिसकी शुरूआत इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में हुई धांधली की जांच से की गई। जालंधर में ईओ समेत क्लर्क व अकाउंटेंट सस्पैंड हो गए। जालंधर ही नहीं, अन्य इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के अधिकारियों पर भी गाज गिरी है।
इस सबके के बीच अधिकारियों की आपसी लड़ाई भी सामने आई है। जिससे इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के अलाटी खासे परेशान हो रहे हैं। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट जालंधर को बर्बाद करने के पीछे एक बड़ी साजिश रची गई। इसमें अफसर से लेकर जनप्रतिनिधि भी शामिल बताए जा रहे हैं।
सभी फाइलें ट्रस्ट आफिस में मिल गई
ट्रस्ट के ईओ रहे परमिंदर सिंह गिल ने 120 फाइल गायब बताकर एफआईआर की सिफारिश कर दी, चेयरमैन कम डीसी ने भी एफआईआर की सिफारिश की। सीनियर सहायक अजय मल्होत्रा पर एफआईआर भी दर्ज हो गई, लेकिन अब ये फाइलें इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के दफ्तर से मिल रही हैं। मल्होत्रा का दावा है कि उसे फंसाने के लिए करतारपुर के एक मुलाजिम ने पहले के एक ईओ के साथ मिलकर साजिश रची। मल्होत्रा कहते हैं कि सभी फाइलें ट्रस्ट आफिस में मिल गई हैं।
डेली संवाद की टीम पिछले 20 दिनों से इसी पड़ताल में जुटी रही कि इस सबके पीछे कौन है? इंप्रूवमेंट ट्रस्ट का अब तक कितना नुकसान हुआ? बाबुओं के खेल में वरिष्ठ अधिकारी कहां तक मिले हुए हैं? आईफोन मंंगाने से लेकर स्थानीय निकाय विभाग में क्या सैंटिंग हुई? चेयरमैन और ईओ की इसमें क्या भूमिका रही?
इन तमाम सवालों की खोजबीन करने के बाद डेली संवाद एक बड़ी धांधली और साजिश तक पहुंचा है। इस साजिश और धांधली को सोमवार से प्रकाशित किया जाएगा। इसके साथ ही इसे आप डेली संवाद के यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज पर वीडियो भी देख सकते हैं।
ज्ञानवापी में फव्वारा या शिवलिंग? देखें
https://youtu.be/i5HMjVwonOk