डेली संवाद, जालंधर
जालंधर वेस्ट हल्के में कई साल पुरानी कालोनी को नाजायज बताकर कार्रवाई करने के मामले को लेकर आज पार्षद और नेताओं ने निगम कमिश्नर दीपशिखा शर्मा से मुलाकात की। इन उन लोगों ने कहा कि हम हर तरह की सरकारी फीस जमा कराने के लिए तैयार हैं, लेकिन किसी को रिश्वत नहीं देंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब खादी बोर्ड के डायरेक्टर मेजर सिंह की अगुवाई में आज जिला योजना बोर्ड के पूर्व चेयरमैन मनोज अरोड़ा, कांग्रेस के जिला प्रधान बलराज ठाकुर, एससी सेल के पूर्व चेयरमैन राजकुमार राजू, कांग्रेस के पार्षद तरसेम लाखोत्रा, पूर्व पार्षद दर्शन भगत समेत कई जनप्रतिनिधियों ने निगम कमिश्नर से मुलाकात की और साफ कहा है कि शहर में किसी तरह का डेमोलेशन न किया जाय।
इन लोगों ने कहा कि अगर कोई कॉलोनी, मकान, दुकान बन रही है तो उसे पहले नोटिस भेजा जाए और सरकारी फीस जमा कराने के लिए कहा जाए। लोग सरकारी फीस जमा कराने के लिए तैयार हैं। इससे सरकार के खजाने में पैसा भी आएगा।
इन लोगों ने साफ कहा है कि किसी भी सत्ताधारी नेता या अफसर और मुलाजिम को एक पैसा भी रिश्वत नहीं देंगे, जो भी सरकारी फीस बनेगी उसे सरकारी खजाने में जमा कराया जाएगा। चर्चा यह है कि आज जिस कॉलोनी को नाजायज बता कर कार्रवाई करने निगम की टीम पहुंची थी उस कॉलोनी में एक सत्ताधारी नेता प्रति मरला 10000 रुपये की डिमांड कर रहा है।
आपको बता दें कि इससे पहले भी कालोनियों को अवैध बताकर कालोनाइजरों से पैसे की मांग कुछ लोगों द्वारा की जाती रही है। जिसके खिलाफ खादी बोर्ड पंजाब के डायरेक्टर रहे मेजर सिंह ने मोर्चा खोला था और उन्होंने कहा था कि किसी को कोई रिश्वत नहीं दिया जाएगा जो भी सरकारी फीस है उसे जमा करेंगे। इसे लेकर जालंधर के सभी रियल एस्टेट कारोबारियों ने एकजुटता दिखाई थी और इस नेक्स्स को तोड़ने में कामयाब रहे थे।