डेली संवाद, लुधियाना
लुधियाना जिले के माछीवाड़ा सब-तहसील में तैनात कानूनगो बलजीत सिंह को समराला के विधायक जगतार सिंह दयालपुरा ने 15,000 रुपये की रिश्वत लेते पकड़ लिया। माछीवाड़ा पुलिस ने कानूनगो को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
विधायक दयालपुरा के अनुसार मेहरबान निवासी रणमिंदर सिंह ने उन्हें बताया कि गांव उधोवाल में उनकी जमीन है, जिसकी तकसीम व दाल वारंट के लिए माछीवाड़ा के कानूनगो बलजीत सिंह ने 40 हजार रुपये रिश्वत मांगी थी। फिर 25 हजार में डील हुई। कानूनगो ने उससे पहले 10,000 रुपये रिश्वत ली थी और बुधवार को जब 15,000 रुपये की बकाया राशि का भुगतान किया जाना था, तो उसके 500-500 रुपये के नोटों की फोटो कापी पास रख ली।
रिश्वत के 15 हजार रुपये बरामद
विधायक ने कहा कि रणमिंदर सिंह ने माछीवाड़ा सब-तहसील के कानूनगो को बकाया 15,000 रुपये का रिश्वत दी, जिसके बाद वह तुरंत मौके पर पहुंचे और कानूगो की जेब से रिश्वत के 15 हजार रुपये बरामद किए। उन्होंने सरकारी दफ्तरों में काम करने वाले अधिकारियों को फटकार भी लगाई और कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भ्रष्टाचार के मामले में अपने मंत्री को बक्शा नहीं है, इसलिए लोगों से रिश्वत मांगने वाले किसी भी सरकारी अधिकारी को बक्शा नहीं जाएगा।
विधायक दयालपुरा ने लोगों से सहयोग मांगा और कहा कि अगर कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी उनसे रिश्वत की मांग करता है तो वह सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर या तुरंत उनके ध्यान में लाएं। सब-तहसील में विधायक दयालपुरा पर छापेमारी के बाद हंगामा हुआ और मौके पर डीएसपी समराला हरविंदर सिंह खहिरा व थाना मुखी विजय कुमार मौके पर पहुंचे और बलजीत सिंह को गिरफ्तार कर कार्रवाई शुरू कर दी।
भ्रष्ट अधिकारी को बेनकाब किया
माछीवाड़ा सब-तहसील में तैनात कानूनगो को रिश्वत देने वाले शिकायतकर्ता रणमिंदर सिंह ने कहा कि उसकी गांव उधोवाल में जमीन की तकसीम के लिए वह पिछले 4 वर्ष से कार्यालय के धक्के खा रहा था और अब जब दखल वारंट दाखिल करवाने का समय आ गया है तो कानूनगो ने उस से 40,000 रुपये की रिश्वत मांगी । शिकायतकर्ता ने आम आदमी पार्टी और विधायक दयालपुरा का धन्यवाद किया, जिन्होंने उनका साथ देते को एक भ्रष्ट अधिकारी को बेनकाब किया।