डेली संवाद, चंडीगढ़
Sidhu Moose Wala Murder : पंजाबी सिंगर खुशदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। पंजाब की एंटी गैंगस्टर टास्कफोर्स (AGTF) ने बलदेव उर्फ निकू को गिरफ्तार किया है। उसने सिद्धू मूसेवाला की हत्या से पहले उनकी रेकी की थी।
एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स के प्रमुख प्रमोद बान ने कहा कि आज हमने बलदेव उर्फ निक्कू को गिरफ्तार किया है जो मूसेवाला की रेकी करने में केकड़ा के साथ था। अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लॉरेंस बिश्नोई ने खुलासा किया है कि हत्या की साजिश पिछले साल से रचनी शुरू हुई थी।
फर्जी पासपोर्ट को लेकर नई एफआईआर दर्ज
प्रमोद बान ने बताया कि सिद्धू मूसेवाला केस में पंजाब स्टेट क्राइम ब्रांच फर्जी पासपोर्ट को लेकर नई एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर लारेंस बिश्नोई के भाई अनमोल और भांजे सचिन थापन के खिलाफ दर्ज की गई है। प्रमोद बान ने बताया कि सिद्धू मूसेवाला को मारने की कोशिश बीते साल अगस्त में भी की गई थी।
उन्होंने कहा कि कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़, अनमोल और सचिन थापन को इस हत्या को अंजाम देना था। हत्या का मास्टरमाइंड लारेंस बिश्नोई था लेकिन उस समय वे वारदात काे अंजाम नहीं दे सके। लेकिन सभी हत्या की साजिश रचते रहे। पूरी साजिश तैयार होने के बाद लारेंस ने अनमोल और सचिन को फर्जी पासपोर्ट पर बाहर भेज दिया। ताकि वे सेफ रहें।
अनमोल बिश्नोई का पासपोर्ट भानू प्रताप के नाम पर बना
बान ने बताया कि अनमोल बिश्नोई का पासपोर्ट भानू प्रताप के नाम पर बना है। पिता का नाम राकेश और पता फ्लैट नंबर 107, टी 4 आरिक सिटी होम्स सेक्टर 82, फरीदाबाद (हरियाणा) के लिखा है। सचिन थापन का पासेपोर्ट तिलक राज टोटेजा के नाम से बना है। इसमें पिता का नाम भीम सेन, पता मकान नंबर 330 ब्लाक एफ 3, संगम विहार , दिल्ली है। एडीजीपी क्राइम प्रमोद बाण ने कहा कि सचिन थापन ने एक निजी चैनल को जो इंटरव्यू दिया वह जांच को भटकाने के लिए दिया गया। जिस दिन पर मूसेवाला को गोली मारी गई थापन विदेश में बैठा था।
एडीजीपी ने मूसेवाला की हत्या में एएन 94 के इस्तेमाल को नाकार दिया है। प्रमोद बाण ने कहा कि सिद्धू की हत्या के लिए एके सीरीज के हथियार का इस्तेमाल किया गया है। प्रमोद बाण ने कहा कि दिल्ली पुलिस की ओर से मामले को लेकर जो हथियार पकड़े गए है उनकी फारेंसिक जांच करवाई जाएगी। इसके बाद ही यह साफ हो पाएगा कि ये वहीं हथियार है जो कत्ल में इस्तेमाल हुए थे या नहीं।