डेली संवाद, जालंधर
Error in e-Naksha portal of Municipal Corporation: पूर्व की कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू किए गए ई-नक्शा साफ्टवेयर में बहुत बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। हैरानी की बात तो यह है कि टाउन प्लानिंग विंग में नक्शा पास करने वाले हेड ड्राफ्ट्समैन के लिए कोई जगह हीं नहीं दी गई है। जिससे हैड ड्राफ्ट्समैन की ई-नक्शा पास करने में भूमिका शून्य हो गई है। हालांकि इस साफ्टवेयर में ड्राफ्ट्समैन के लिए जगह जरूर है, मजबूरन हैड ड्राफ्ट्समैन को ड्राफ्ट्समैन के रूप में काम करना पड़ रहा है।
पूर्व की कांग्रेस सरकार में स्थानीय निकाय मंत्री रहे नवजोत सिंह सिद्धू ने नगर निगमों के बिल्डिंग ब्रांच में फैले करप्शन को कम करने के लिए ई-नक्शा साफ्टवेयर को लागू किया था, इसमें लोगों को घर बैठे अपने घर का नक्शा मिलने का काम शामिल है। आनलाइन नक्शा पास करने के लिए ई-नक्शा का साफ्टवेयर पिछली सरकार ने तैयार करवाया था।
हेड ड्राफ्टमैन के लिए कोई जगह नहीं
उस समय सरकार से चूक यह हो गई कि ई-नक्शा पोर्टल में हैड ड्राफ्ट्समैन के लिए कोई जगह ही न हीं दी गई है। जबकि नक्शा पास करने में हैड ड्राफ्ट्समैन की अहम भूमिका मानी जाती है। ई-नक्शा पोर्टल में जूनियर इंजीनियर/बिल्डिंग इंस्पेक्टर, ड्राफ्टमैन और एटीपी, एमटीपी के साथ संयुक्त कमिश्नर को जगह दी गई है लेकिन हेड ड्राफ्टमैन के लिए कोई जगह नहीं दी गई।
अगर हेड ड्राफ्टमैन को कोई नक्शा पास करना है तो उसे ड्राफ्टमैन के रूप में काम करना होगा। उधर, ई नक्शा पोर्टल कंपनी का कहना है कि उसे जिन – जिन पदों की लिस्ट दी गई थी उन सभी को पोर्टल पर जगह दी गई है। हेड ड्राफ्ट मैन जैसी कोई पोस्ट उस लिस्ट में ही नहीं थी।
न कंप्यूटर न लैपटाप, मोबाइल से हो रहे हैं नक्शे पास
सरकार ने ई-नक्शा पोर्टल शुरू कर दिया, लेकिन नक्शा पास करने वाले ड्राफ्ट्समैन औऱ हैड ड्राफ्ट्समैन के पास न तो कोई कंप्यूटर है न लैपटाप और न कोई टैब। हैरानी की बात तो यह है कि ड्राफ्ट्समैन और हैड ड्राफ्ट्समैन को अपने-अपने मोबाइल से नक्शा पास करना पड़ रहा है, जिससे गलतियां होने के चांसेस ज्यादा हो जाते हैं।
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