श्रीनगर। Amarnath Yatra, Cloud Burst Near Amarnath Cave : अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को यहां शाम करीब साढ़े पांच अचानक बादल फटने के बाद भारी तबाही देखने को मिली। इसके अलावा अभी भी कई लोग लापता है। भारतीय सेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं।
आईटीबीपी की ओर से बताया गया है कि शाम को जब तेज बारिश शुरू हो गई थी, उसके बाद हमने श्रद्धालुओं से अपील की थी कि वो अपने टेंट छोड़कर दूसरी जगहों पर चले जाएं, लेकिन जैसे ही बादल फटा वहां मौजूद श्रद्धालुओं में हाहाकार मच गया। बादल फटने के जो वीडियो सामने आए हैं, वो बहुत ही डरावने हैं। वीडियो में दिखाई देता है कि अमरनाथ गुफा के पास ही बहुत तेज पानी की धारा फूट गई है।
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वीडियो में देखा जा सकता है कि पवित्र गुफा के बगल से अचानक सैलाब आ गया। इसे देखकर वहां मौजूद श्रद्धालु भी खौफ में आ गए। हालांकि ये मलबा ऊपरी हिस्से में लगे टेंट के पास नहीं आया, लेकिन बाद में ये मलबा नीचे की ओर आया और इसमें कई टेंट बह गए। आईटीबीपी के पीआरओ ने भी बताया था कि पानी के तेज बहाव में बीच में लगे करीब 30-40 टेंट बह गए थे। राहत की बात ये है कि इन टेंटों में कम लोग थे क्योंकि आईटीबीपी की ओर से पहले ही लोगों को वहां से निकाल लिया गया था।
इसके साथ ही कुछ लोगों को आईटीबीपी के जवानों ने पानी की धारा आने के बाद वहां से हटाया। इसमें देखा जा सकता है कि पानी का बहाव कितना तेज है। इस दौरान देखा जा सकता है कि श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी का माहौल है। दरअसल जहां से ये पानी बह रहा है, यहां पहले टेंट और लंगर लगे हुए थे। लेकिन इस बादल फटने के बाद आए इस गादर में वो बह गए।
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इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से घटना की पूरी जानकारी ली। पीएम नरेंद्र मोदी के साथ ही लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और महाराष्ट्र के पूर्व कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे समेत कई लोगों ने दुख जताया है।
फिलहाल रोकी गई है यात्रा
हादसे की वजह से अमरनाथ यात्रा निलंबित कर दी गई है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक यात्रा को बहाल करने का निर्णय बचाव अभियान पूरा हो जाने के बाद ही लिया जाएगा। यात्रा फिलहाल दोनों रास्तों बालटाल और पहलगाम से बंद है। बीते तीन जून को ही अमरनाथ यात्रा शुरू हुई थी।
उधर, भारतीय सेना और ITBP के जवान, राहत और बचाव अभियान में जुटे हैं। पुलिस और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कर्मी भी बचाव अभियान में लगे हैं। अमरनाथ गुफा के पास और पंचतरणी में दो से तीन हजार लोगो के फंसे होने की सूचना है।
हेल्पलाइन स्थापित
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन स्थापित की। उपराज्यपाल प्रशासन और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने चार टेलीफोन नंबर जारी किए हैं जिस पर संपर्क कर लोग जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
श्राइन बोर्ड ने ट्वीट किया, “अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन नंबर: एनडीआरएफ: 011-23438252, 011-23438253, कश्मीर डिविजनल हेल्पलाइन: 0194-2496240, श्राइन बोर्ड हेल्पलाइन: 0194-2313149।”
अमरनाथ गुफा के पास बादल फटा, 17 से ज्यादा की मौत, VIDEO आई सामने
https://www.youtube.com/watch?v=AnwqjtzFtoo