डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की राज्य में से नशों की बीमारी को जड़ से उखाड़ने की अपनी दृढ़ वचनबद्धता के अनुसार पंजाब सरकार ने स्पेशल टास्क फोर्स के सहयोग से पंजाब की 19 जेलों में नशीले पदार्थों का प्रयोग करने वाले कैदियों के लिए एक पियर स्पोर्ट नैटवर्क शुरू किया है।
इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुये जेल मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस ने आज बताया कि इन 19 जेलों में 95 फ़ीसद से अधिक नशे से पीड़ित कैदी हैं और आने वाले समय में पियर स्पोर्ट नैटवर्क को बाकी 6 जेलों में भी शुरू किया जायेगा। उन्होंने आगे कहा कि पियर स्पोर्ट आऊटपेशैंट ओपीऔड असिस्टड ट्रीटमेंट (ओओएटी) मॉडल के 3 ज़रूरी स्तम्भों जैसे कि मैडीकेशन, पियर स्पोर्ट और काउंसलिंग में से एक है।
इसे भी पढ़े: सैंट सोल्जर ग्रुप के मालिक अनिल चोपड़ा, गीता मंदिर के प्रधान राजेश समेत जालंधर की इन महान हस्तियों ने सरकार को लगा दिया अरबों रुपयों का चूना, FIR दर्ज करने के आदेश
बैंस ने कहा कि नशा पीड़ितों को नशों से दूर रखने के लिए उनके इलाज के दौरान सहायता करना बहुत ज़रूरी है जिससे इलाज सफलतापूरक पूरा किया जा सके। मंत्री ने आगे कहा कि यह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबूत आधारित बेहतर अभ्यासों के अनुसार सेहत सुधार प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहा कि नारकोटिकस अनौनेमस (एन. ए.) के सहयोग से पियर स्पोर्ट नैटवर्क स्थापित किया जायेगा।
नारकोटिकस अनौनेमस (एन.ए.) एक अंतरराष्ट्रीय नान-प्रॉफिट फैलोशिप/सोसायटी है जो नशों से निपटने के लिए पुरूषओं और महिलाओं की मदद करती है। स. बैंस ने आगे कहा कि यह संस्था अपना प्रचार नहीं करती, बल्कि सार्वजनिक जानकारी और आऊटरीच के द्वारा नये सदस्यों को जोड़ती है।
नशाखोरी को रोका जा सकता है
मंत्री ने कहा कि नारकोटिकस अनौनेमस एक 12-चरणीय मॉडल का प्रयोग करता है जो विभिन्न नशीले पदार्थों का प्रयोग करने वाले लोगों के लिए तैयार किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि एन.ए. के अनुसार नशाखोरी को रोका जा सकता है और एन. ए. 12-चरणीय प्रोग्राम के द्वारा नशा पीड़ितों की सेहत में सुधार लाना संभव है। स. बैंस ने और जानकारी देते हुये बताया कि इस संस्था के 70000 सक्रिय वालंटियर हैं जो कि 144 देशों में अपनी सेवाएं के रहे हैं। भारत में भी इसका एक विशाल नैटवर्क है और पंजाब में भी इसकी मीटिंगें लगातार होती रहती हैं।
मंत्री ने बताया कि नारकौटिकस अनौनेमस (एन. ए.) की अलग-अलग टीमों की तरफ से जेलों में पियर स्पोर्ट मीटिंगों की शुरुआत की गई है और इन मीटिंगों के दौरान 19 जेलों के लगभग 1540 कैदी उपस्थित हुए। उन्होंने कहा कि एन. ए. की हर टीम में 4-5 वालंटीयर शामिल हैं, जो हर हफ्ते कुछ दिनों के लिए चुनिन्दा 19 जेलों में मीटिंगें करेंगे।
नशों की दलदल में से बाहर निकालने में सहायता
उन्होंने कहा कि पियर स्पोर्ट नैटवर्क में शामिल होने के इच्छुक लोगों की संख्या बढ़ने पर मीटिंगों की संख्या बढ़ाई जायेगी। स. बैंस ने कहा कि एन. ए. के यह वालंटियर बिना किसी फीस के जेलों में मीटिंगें कर रहे हैं, जिनका एक उद्देश्य नशीले पदार्थों की गिरफ्त में आए व्यक्तियों को नशों की दलदल में से बाहर निकालने में सहायता करना है।
मंत्री ने कहा कि इन मीटिंगों का उद्देश्य कैदियों को प्रशिक्षण देना है जिससे वह ख़ुद एन. ए. प्रणाली के मुताबिक मीटिंगें कर सकें। उन्होंने कहा कि जेल प्रैस में प्रकाशित लिखित सामग्री/साहित्य उन जेल कैदियों को भेजे जाएंगे, जिनको इस सहायता की ज़रूरत है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर सभी नशा मुक्ति केंद्रों/पुनर्वास केन्द्रों और ओ. ओ. ए. टी. क्लीनिकों में धीरे-धीरे पियर स्पोर्ट नैटवर्क स्थापित करना भी इसका उद्देश्य है।
मंत्री ने विशेष टास्क फोर्स और जेल विभाग के साथ तालमेल करके बहुत ही थोड़े समय में जेलों में मीटिंगें करने के लिए आगे आने और इन मीटिंगों का आयोजन करने के लिए एन. ए. के पंजाब विंग का धन्यवाद किया। मंत्री ने कहा कि पियर स्पोर्ट को प्रभावी ढंग से लागू करना ओ. ओ. ए. टी. प्रणाली का एक हिस्सा है और इसको लागू करना 2017 से लम्बित पड़ा है।
पियर स्पोर्ट नैटवर्क की स्थापना
उन्होंने कहा कि मौजूदा पहलकदमी से पियर स्पोर्ट नैटवर्क की स्थापना में एक बड़ा मील पत्थर स्थापित किया गया है। श्री बैंस ने जेल विभाग और विशेष टास्क फोर्स के अधिकारियों और कर्मचारियों की तरफ से किये गए कामों की सराहना करते हुये अतिरिक्त मुख्य सचिव (जेल) के. ए. पी. सिन्हा आई. ए. एस. और एच. एस. सिद्धू आई. पी. एस. एस. डी.जी. जेल, की तरफ से जेलों में पियर स्पोर्ट नैटवर्क की स्थापना सम्बन्धी डाले योगदान की सराहना की।
भारत में इन 13 शहरों में लॉन्च होगी 5G सर्विस, कीमत होगी बेहद कम
https://youtu.be/djAp9CDL534