डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर से बड़ी खबर है। जालंधर के रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (RTA) के अंतर्गत मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (MVI) नजदीक बस स्टैंड के कार्यालय में विजिलेंस विभाग की दबिश को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। MVI दफ्तर में विजीलैंस की टीम ने इंस्पेक्टर नरेश कलेर समेत 7 लोगों को हिरासत में लिया है। विजीलैंस की टीम ने इनसे 12.50 लाख रुपए रिश्वत के भी बरामद किए हैं।
जानकारी के मुताबिक पकड़े गए सभी लोग पुराने वाहनों को फिटनेस सर्टीफिकेट जारी करने की एवज में मोटी रकम वसूल करते थे। पासिंग के लिए इनके पास ज्यादातर निजी स्कूलों की बसें ही आती थीं। कल जब विजीलैंस ने दस्तक दी थी तो एमवीआई के दफ्तर में खुद नरेश कलेर तो नहीं मिले थे, लेकिन उनका एक निजी करिंदा यानी एजेंट उनके स्थान पर दफ्तर में काम करता हुआ पकड़ा था। विजीलैंस उसे अपने साथ ले गई थी उससे पूछताछ के बाद आज छापेमारी की।
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विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि एमवीआई दफ्तर जालंधर में काम करते हुए एक एजेंट को काबू किया गया है। विजीलैंस की तरफ से पूछताछ के दौरान उसके पास से 12.50 लाख रुपए रिश्वत की रकम बरामद की गई। विजीलैंस ब्यूरो के थाना जालंधर में एफआईआर धारा 120 बी (षडयंत्र रचना) और 420 (हेराफेरी) और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 7 और 7 ए के अधीन नरेश कलेर, एमवीआई, जालंधर और उसके दफ़्तर से काम कर रहे 10 प्राइवेट एजेंटों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।
विजीलैंस ब्यूरो के अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में एमवीआई कलेर और एजेंट रामपाल उर्फ राधे को भी गिरफ़्तार किया गया है। एमवीआई के दफ्तर में विजीलैंस के हाथ में कुछ दस्तावेज भी आए हैं। इन दस्तावेजों की भी एमवीआई ने रिश्वत ली हुई थी और इन्हें पास करने वाला था।
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विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि कुछ क्षेत्रीय ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (आरटीए.) दफ्तरों में अनियमितताएं और भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलने के उपरांत ब्यूरो ने आज राज्य में सात जिलों अमृतसर, गुरदासपुर, फ़िरोज़पुर, फरीदकोट, मानसा, जालंधर और होशियारपुर के एमवीआई दफ्तरों की औचक चैकिंग की।
उन्होंने बताया कि चैकिंग के दौरान विजीलैंस ब्यूरो की टीमों से तरफ से एमवीआई और आरटीए. दफ्तरों से वाहनों को फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने के संदिग्ध रिकार्ड ज़ब्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले विजीलैंस ब्यूरो ने आरटीए दफ्तर संगरूर में वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले का पर्दाफाश किया था जिसमें दो अधिकारियों और एक एजेंट को गिरफ़्तार किया गया था। इस मामले में आरटीए, एमवाआई., क्लर्कों और प्राईवेट एजेंटों के विरुद्ध विजीलैंस ब्यूरो के थाना पटियाला में एफआईआर दर्ज की गई है।
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