डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर नगर निगम में आम आदमी पार्टी की बजाए कांग्रेसी नेताओं का फिर से सिक्का चलने लगा है। जिस विरासत हवेली को विधायक रहे राजिंदर बेरी सील करवाना चाहते थे, उसी विरासत हवेली को अब सील कर दिया गया। जिससे एक बार फिर से चर्चा तेज हो गई है कि क्या मेयर जगदीश राजा और कांग्रेस के पूर्व विधायक राजिंदर बेरी में सुलह हो गई। क्योंकि विरासत हवेली के मालिक इकबाल सिंह ढींढसा और राजिंदर बेरी में नहीं बनती है, तब बेरी ने विरासत हवेली को सील तो करवा दिया था, लेकिन कुछ दिनों में सील खुल गई थी।
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आम आदमी पार्टी के विधायक और नेता मर्जी जो कर लें, लेकिन नगर निगम में अभी भी कांग्रेसी राज है। मेयर जगदीश राजा कांग्रेस छोड़कर AAP में आ नहीं रहे, उन्हें कांग्रेसी पार्षदों का पूरा सहयोग है। जिससे एक बार मेयर जगदीश राजा और कांग्रेस के नेता अब एक होते नजर आ रहे हैं। यही कारण है कि प्रताप बाग की अवैध दुकानों को सील नहीं किया गया, जबकि विरासत हवेली को सील कर दिया गया।
प्रताप बाग और फगवाड़ा गेट मार्केट में इस समय करीब 15 से 20 कामर्शियल निर्माण अवैध तरीके से किए जा रहे हैं। यह निर्माण पिछले कई महीने से चल रहा है। या यूं कहें कि कांग्रेस जब सत्ता में थी, तब ये अवैध कामर्शियल निर्माण शुरू हुए थे। तब इस हलके के इंस्पैक्टर कम एटीपी राजिंदर शर्मा होते थे। राजिंदर शर्मा की देखरेख में प्रताप बाग और फगवाड़ा गेट मार्केट में एक के बाद एक करीब 20 अवैध कामर्शियल निर्माण शुरू हुए।
इंस्पेक्टर से एटीपी बने राजिंदर शर्मा का नहीं हुआ तबादला
सत्ता परिवर्तन के बाद नगर निगम के एसटीपी, एमटीपी और कई सारे एटीपी व इंस्पैक्टर बदले गए, लेकिन एटीपी राजिंदर शर्मा का तबादला नहीं किया गया। जिससे कुछ दिनों तक अवैध निर्माण बंद रहा, लेकिन अब ये अवैध निर्माण फिर से शुरू हो गए। प्रताप बाग में इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की जमीन पर कब्जा कर पांच से सात दुकानें अवैध तरीके से बनाई जा रही है। जिसे सील करने को लेकर नए एमटीपी नीरज भट्टी ने निगम कमिश्नर से अनुमति मांगी थी, लेकिन कमिश्नर ने फाइल पर डिसकस लिखकर वापस भेज दिया। क्योंकि ये अवैध निर्माण कांग्रेस के बड़े नेताओं के शह पर हो रहा है।
प्रताप बाद में पांच दुकानें ही अवैध नहीं बन रही हैं, बल्कि सेतिया इलेक्ट्रिक ने पूरी कोठी को कामर्शियल शोरूम में बदल दिया। जिस कोठी को कामर्शियल किया गया, वह कोछड़ का घर था। जिसमें अब सेतिया इलेक्ट्रिक का शोरूम बना है। हैरानी की बात तो यह है कि एटीपी राजिंदर शर्मा के समय में यह अवैध निर्माण शुरू हुआ, लेकिन इसे रोका नहीं गया। अब इस इलाके की एटीपी सुषमा दुग्गल है, उन्होंने भी इसे रोकने की कोई कवायद नहीं की।
निगम कमिश्नर दविंदर सिंह सील के लिए नहीं दे रहे अनुमति
प्रताप बाग में जिन अवैध दुकानों को सील करने के लिए इंस्पैक्टर, एटीपी, एमटीपी, एसटीपी, सहायक कमिश्नर और ज्वाइंट कमिश्नर ने लिख दिया, उस अवैध दुकानों को सील करने के लिए निगम कमिश्नर दविंदर सिंह अनुमति ही नहीं दे रहे हैं, क्योंकि ये अवैध दुकानें कांग्रेसी नेताओं की हैं। दूसरी तरफ कांग्रेसी नेता की शिकायत पर ही अकाली दल के नेता इकबाल ढींढसा की विरासत हवेली को सील कर दिया गया।
अब थोड़ा आगे आते हैं। फगवाड़ा गेट मार्केट में होटल राजमहल के सामने लवली इलेक्ट्रिक के नाम से पहले दो मंजिला अवैध शोरूम एटीपी रहे राजिंदर शर्मा ने बनवाए, जबकि इसका नक्शा कुछ और ही पास है, मौके पर कुछ और ही बनाया गया। इसके साथ ही इक पुरानी विवादित इमारत को ढहा कर एक और दो मंजिला शोरूम बनाया जा रहा है, लेकिन इस अवैध शोरूम को रोकने के लिए किसी अफसर ने जहमत नहीं उठाई।
कांग्रेसी नेता ने लिया ठेका, कार्रवाई नहीं होगी
फगवाड़ा गेट मार्केट में ही चड्ढा मोबाइल हाउस के साथ तीन मंजिला कामर्शियल शोरूम बन रहा है। ये भी कांग्रेसी नेताओं के शह पर बन रहा है, एटीपी रहे राजिंदर शर्मा ने इसे शुरू करवाया था, अवैध रूप से बन रहे इस शोरूम को भी नहीं रुकवाया जा सका। इसके साथ अब दुकानें भी अवैध तरीके से बन रहीं है। इसे भी नहीं रुकवाया जा सका है।
मिलाप चौक से रैनक बाजार को जाती रोड पर अवैध तरीके से एक नहीं कई दुकानों बनाई जा रही है। लगातार शिकायतें हो रही हैं, लेकिन इंस्पैक्टर से लेकर एटीपी, एमटीपी और कमिश्नर मौन हैं, क्योंकि ये अवैध दुकानों का ठेका भी कांग्रेस के नेता ने ले रखा है। इन सभी अवैध निर्माणों से नगर निगम को जहां लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है, वहीं निगम के कुछ अधिकारियों और कांग्रेसी नेता की जेबें भर रही है।
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