डेली संवाद, लखनऊ। Shocking News: यूपी से एक बहुत ही हैरान करने वाला मामले सामने आया है जिससे सुनकर किसी के भी होश उड़ सकते है। मामला जिले के रावतपुर थाना क्षेत्र में इनकम टैक्स चाैराहा कृष्णपुरी का है। मिली जानकारी के अनुसार रोशन नगर निवासी विमलेश सोनकर इनकम टैक्स में एओ के पद पर कार्यरत थे। अप्रैल 2021 में मोती हॉस्पिटल में भर्ती हुए थे। डॉक्टरों के द्वारा इलाज करने के बाद उनको मृत घोषित कर दिया गया था। जिसका डेथ सर्टिफिकेट भी घर वालो को दिया गया था।
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घर आने के बाद अंतिम संस्कार को यह कहकर टाल दिया कि मृतक की दिल की धड़कन दोबारा वापिस आ गयी है। यह घटना जून 2021 की बताई जा रही है। तब से लेकर अब तक मृतक घर के अंदर एक पलंग पर लेटा हुआ था।
उनकी पत्नी को भी उनके जिंदा होने का विश्वास दिलाया गया था जिससे परिवार वाले उनके शव पर रोजाना गंगाजल डालकर जिंदा होने का दावा करते रहे थे।जब वहां के लोगों को इसकी जानकारी मिली तो वहां हड़कंप मच गया। सूचना पर पुलिस को बुलाया गया । घरवाले पुलिस से पत्नी की हालत ठीक नहीं होने की दुहाई देकर शव न ले जाने की बात कहते रहे। मृत शरीर की हालत इतनी खराब हो चुकी है की मांस हड्डियों में ही सूख गया है।
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पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पत्नी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, इसलिए उनसे पति के बीमार होने की जानकारी देकर स्वास्थ्य कर्मियों को बुलाकर शव को एलएलआर अस्पताल भिजवाया गया है। पड़ोसियों ने कहा कि उन्हें तो यही विश्वास था कि विमलेश जिंदा हैं और कोमा में हैं। डेढ़ साल से रोजाना घर पर आक्सीजन सिलेंडर भी घर पर लाए जाते थे। इसलिए कभी उन्हें उनकी मौत का आभास नहीं हुआ और पुलिस को भी जानकारी देना उचित नहीं समझा।
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