डेली संवाद। Shinzo Abe Murder: शिंजो आबे (Shinzo Abe) की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जापान के सत्तारूढ़ दल के साथ करीबी संबंध रखने वाले यूनिफिकेशन चर्च ने जो जानकारी दी है, उससे हत्या के पीछे के कारणों का पता चल रहा है। शिंजो आबे जापान के पूर्व प्रधानमंत्री और पी.एम. नरेंद्र मोदी के एक अच्छे दोस्त रह चुके है। चर्च ने स्वीकार किया है कि शिंजो आबे की हत्या करने वाले शख्स की मां ने जरूरत से ज्यादा चंदा दिया था और हत्या की संभावित वजह यही हो सकती है।
ये भी पढ़ें: जालंधर के करोड़पति का कारनामा, केएल सहगल मैमोरियल के नाम पर सरकारी जमीन हथियाई
वह एक जापानी राजनेता थे, जिन्होंने 2006 से 2007 तक और फिर 2012 से 2020 तक जापान के प्रधान मंत्री और उदार लोकतांत्रिक दल (LDP) के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। वह सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधान मंत्री थे। जापानी इतिहास में आबे ने 2005 से 2006 तक जूनीचीरो कोईजूमी के अधीन मुख्य कैबिनेट सचिव के रूप में भी कार्य किया और 2012 में विपक्ष के कुछ समय के लिए नेता थे। 8 जुलाई 2022 को, आबे को जापानी समुद्री आत्मरक्षा वाहिनी के एक पूर्व सदस्य ने 10 जुलाई के ऊपरी सदन चुनाव से दो दिन पहले नारा में एक अभियान भाषण देते हुए गोली मार दी थी।
ये भी पढ़ें: LPU में छात्र ने की आत्महत्या, सैकड़ों छात्र सड़क पर उतरे
यामागामी ने कबूला था कि यूनिफिकेशन चर्च के साथ संबंध रखने की वजह से उसने शिंजो आबे की हत्या की है। इस चर्च को जापान में मूनीज भी कहा जाता है। उसका कहना था कि चर्च की वजह से उसका परिवार दिवालिया हो गया। यामागामी की मां लंबे समय से इस चर्च की सदस्य रही है।
Mahakal Corridor Ujjain। भव्य महाकाल कॉरिडोर बनकर तैयार
https://youtu.be/TjmneH-2U90






