PFI Banned: मोदी सरकार की बड़ी करवाई, PFI पर लगाया प्रतिबंध

Daily Samvad
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डेली संवाद, चंडीगढ़। PFI Banned: एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि केंद्र सरकार ने कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की आतंकी फंडिंग व अन्य गतिविधियों के चलते भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया है। पांच साल के लिए इसको प्रतिबंध कर दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री की तरफ से जारी गजट नोटिफिकेश में कहा गया है कि सरकार ने पीएफआई की विध्वंशक गतिविधियों को देखते हुए देशहित में विधिविरुद्ध गतिविधियां (निवारण) अधिनियम, 1967 यानी यूएपीए के सेक्शन 3 के सबसेक्शन 1 के तहत प्राप्त शक्तियों का इस्तेमाल किया है।

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2017 में NIA ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। NIA जांच में इस संगठन के कथित रूप से हिंसक और आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने के बात आई थी। NIA के डोजियर के मुताबिक यह संगठन राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा माना गया है

पीएफआई को बैन करने के कारण

बता दें, Operation Octpus के 2 राउंड में NIA, ATS और राज्य पुलिस को PFI के मिशन 2047 से जुड़े ऐसे ऐसे सबूत मिले हैं जो इस ऑर्गेनाइजेशन पर बैन की वजह माने जा सकते हैं. इनमें, हिंदुस्तान को सिविल वॉर में झोंकना, 2047 तक ऑपरेशन गजवा-ए-हिंद को पूरा करना और हिंदुस्तान में इस्लामिक शासन लागू करना हैं।

इससे पहले सोमवार को दिल्ली के शाहीन बाग और जामिया समेत कई दूसरे इलाकों में छापेमारी कर लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली के शाहीन बाग में पीएफआई की रेड को लेकर धारा 144 लागू कर दी गई थी । विरोध प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए पूरे इलाके में स्थानीय पुलिस के साथ अर्धसैनिक बल के जवान लगा रहे हैं। आठ राज्यों में छापेमारी के दौरान 150 से अधिक पीएफआई के सदस्यों को हिरासत में लिया गया था।

PFI के लोग पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाते- एकनाथ शिंदे

PFI के लोग पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाते हैं, उनको इस देश में ऐसे नारे लगाने का अधिकार नहीं है। केंद्र सरकार ने ये अच्छा फैसला किया है। ये देश भक्तों का देश है और यहां देशद्रोही बयान कोई किसी पर नहीं कर सकता।

सरज़मीं कट्टरपंथी विचारधारा की सरज़मीं नहीं- मौलाना शाहबुद्दीन रज़वी

सरकार ने कट्टरपंथी संगठन PFI पर प्रतिबंध लगाकर अच्छा कदम उठाया है। भारत की सरज़मीं कट्टरपंथी विचारधारा की सरज़मीं नहीं है और न यहां ऐसी कट्टरपंथी विचारधारा पनप सकती जिससे मुल्क़ की एकता-अखंडता को खतरा हो।

 पूरे देश ने सराहना की- बृजेश पाठक

PFI की असामाजिक गैरकानूनी गतिविधियां लगातार जारी थी। विभिन्न जांच एजेंसियां जांच कर रही थी। जो तथ्य प्रकाश में आए हैं उन्हें देखते हुए गृह मंत्रालय ने जो निर्णय लिया है उसकी पूरे देश ने सराहना की है।

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