डेली संवद, चंडीगढ़। Diabetes Tips: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसे सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है। अभी तक इसे जड़ से खत्म करने का कोई इलाज नहीं आया है। ऐसे में अगर एक बार डायबिटीज हो जाती है तो फिर पूरी जिंदगी सतर्क रहने की जरूरत होती है।
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डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए अपने खाने-पीने और लाइफस्टाइल का बहुत ध्यान रखने की जरूरत होती है। इसमें ज्यादा लंबे समय तक भूखे नहीं रहना होता। खाने में बिना स्टार्ज वाले फूड शामिल करने होते हैं। इसके अलावा मीठा बिल्कुल भी नहीं खाना होता है। अगर जरा सी लापरवाही बरतते है तो शुगर लेवल बढ़ सकता है।
डायबिटीज के मरीज को अपना वजन कंट्रोल करने की भी बहुत जरूरत होती है। हालांकि कई लोगों का शुगर लेवल इन बातों का ध्यान रखने के बाद भी कम नहीं होता है, ऐसे में डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए आप आयुर्वेदिक दवाओं और घरेलू नुस्खों को भी अपना सकते हैं। इटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन (IDF) के मुताबिक, डायबिटीज के कारण पिछले साल दुनियाभर में डायबिटीज से 67 लाख से ज्यादा मौतें हुई थीं।
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ये मौतें 20 से 79 साल साल की उम्र के लोगों की थी। 2021 तक दुनियाभर में 12.11 लाख से ज्यादा बच्चे और किशोर टाइप 1 डायबिटीज से जूझ रहे थे। इनमें से आधे से ज्यादा की उम्र 15 साल से कम है। इनमें भी सबसे ज्यादा संख्या भारतीयों की है। भारत में 2.29 लाख से ज्यादा बच्चे और किशोरों को टाइप 1 डायबिटीज है।
डायबिटीज़ के लक्षण
सबसे पहले आप ये जान लें कि डायबिटीज के लक्षण क्या होते हैं। टाइप-1 डायबिटीज होने पर लक्षण बहुत तेजी से दिखते हैं, वहीं टाइप-2 डायबिटीज में शुरुआत में काफी कम लक्षण नजर आते हैं। ये हैं टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज के शुरुआती लक्षण हैं।
⦁ चिड़चिड़ापन
⦁ आंखों में धुंधलापन
⦁ घाव का देरी से भरना
⦁ स्किन इंफेक्शन
⦁ बहुत प्यास लगना
⦁ बार-बार टॉयलेट आना
⦁ बहुत भूख लगना
⦁ वजन बढ़ना या कम होना
⦁ थकान
⦁ ओरल इंफेक्शन्स
⦁ वजाइनल इंफेक्शन्स
डायबिटीज के आयुर्वेदिक और घरेलू उपाय
1 जामुन के बीज- डायबिटीज के आयुर्वेदिक इलाज में जामुन के बीजों का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए जामुन की गुठलियों को सुखाकर पीस लें।इसका चूर्ण बना लें। अब इसे सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ लें। इससे डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।
2 अंजीर के पत्ते- अंजीर के पत्तों को खाली पेट चबाने या पानी में उबाल कर पीने से मधुमेह कंट्रोल रहता है। अंजीर के पत्तों में मधुमेह विरोधी गुण होते हैं, जिससे ब्लड शुगर का लेवल कम करने में मदद मिलती है।
3 मेथी- मधुमेह के रोगियों के लिए मेथी बहुत फायदेमंद मानी जाती है। मेथी के बीज खाने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है। इसके लिए आपको एक चम्मच मेथी के बीज को रात भर एक गिलास पानी में भिगोकर रखना है। सुबह खाली पेट बीज समेत पानी को पी लें। आपको इसके आधे घंटे तक कोई दूसरी चीज नहीं खानी है।
4 जैतून का तेल- जैतून के तेल का उपयोग करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है। इससे ट्राइग्लिसराइड्स का लेवल को कम करने में मदद मिलती है. जैतून के तेल से ब्लड शुगर भी कंट्रोल रहता है. लंबे समय तक जैतून के तेल का उपयोग करने से हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा भी कम रहता है.
5 लहसुन- लहसुन को आयुर्वेद में काफी इस्तेमाल किया जाता है। सभी के घरों में खाने में लहसुन का इस्तेमाल किया जाता है। लहसुन के सेवन से कोलेस्ट्रॉल कम करने और मधुमेह को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसके लिए रातभर लहसुन की 2-3 कलियों को पानी में भिगो दें। सुबह खाली पेट इन्हें चबाकर खा लें।
6 दालचीनी- खड़े मसालों में दालचीनी सभी के घर में इस्तेमाल होती है। दालचीनी से डायबिटीज को कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है। इसमें मधुमेह विरोधी गुण पाए जाते हैं। दालचीने के उपयोग से ब्लड शुगर लेवल कम करने में मदद मिलती है। इसके लिए आप रोज आधा चम्मच दालचीनी पाउडर का सेवन करें।
7 अंगूर के बीज- डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए अंगूर के बीजों का भी इस्तेमाल किया जाता है। इनमें ब्लड शुगर कंट्रोल करने वाले गुण पाए जाते हैं। अंगूर के बीज को पीस कर चूर्ण बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं। अंगूर के बीज में विटामिन ई, फ्लेवोनोइड्स, लिनोलिक एसिड जैसे तत्व पाए जाते हैं। जो डायबिटीज के इलाज में प्रभावी होते हैं।
8 एलोवेरा- पिछले काफी समय से आयुर्वेद में एलोवेरा का इस्तेमाल किया जा रहा है। मधुमेह को कंट्रोल करने के लिए भी एलोवेरा के जूस का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है। एलोवेरा जूस पीने से रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। एलोवेरा में हाइड्रोफिलिक फाइबर, ग्लूकोमानन और फाइटोस्टेरॉल जैसे तत्व होते हैं जिससे ब्लड शुगर कम रहता है।
9 आंवला- आंवला डायबिटीज में भी फायदेमंद है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी से पाया जाता है। आंवला में हाइपोग्लाइसेमिक गुण होते हैं। आंवला खाने के 30 मिनट में ब्लड शुगर लेवल कम किया जा सकता है। आप आंवला पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। ।
10 नीम- नीम के पत्ते चबाने और रस पीने से डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। नीम में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं। इसके अलावी नीम में एंटी-डायबिटिक गुण भी पाए जाते हैं। ये सभी तत्व मधुमेह भी कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
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