डेली संवाद, पंजाब। Punjab News: संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक ने अपने मांगों को लेकर आज धारीवाल में जम्मू-अमृतसर नेशनल हाईवे को जाम कर पंजाब सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर किसान नेताओं ने कहा कि अपनी 28 मांगों को लेकर पंजाब सरकार के साथ बैठक करने के बावजूद कोई समाधान न होने से तंग आकर आज पंजाब सरकार के खिलाफ अनिश्चित काल तक पंजाब में 10 जगहों पर धरना-प्रदर्शन किया। घोषणा की कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे इसी तरह हड़ताल जारी रखेंगे।
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प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं ने कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं के समाधान को लेकर गंभीर नहीं है। सरकार सिर्फ बहाने बनाने में लगी है जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, इसलिए आज उन्होंने अपनी मांग रखी है। नेताओं ने कहा कि लम्पी वायरस से किसानों के पशुओं को हुए नुकसान की भरपाई के पशु चिकित्सा निरीक्षकों की नियुक्ति की जाए।
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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गन्ने का भाव लागत मूल्य के आधार पर 470 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया जाए, फगवाड़ा मिलों के दौरान निजी मिलों से गन्ना बकाया लेने, शहीद किसानों के उत्तराधिकारियों को नौकरी देने, डीएसआर धान के लिए सब्सिडी नहीं देने, 2 कनाल तक पंजीकरण के लिए एनओसी में छूट नहीं देने, बाढ़, बारिश के कारण नदियों के पास, ओलावृष्टि, मच्छरों के काटने से नरमी, धान, सब्जी व क्विनोआ बागानों के नुकसान की भरपाई, बासमती व एमएसपी की गारंटी, बंद सहकारी चीनी मिलों का संचालन किया जाए।
सरकार 5 नवंबर को चीनी मिलें शुरू करने में असमर्थ नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि यह विरोध सही मांगों के कारण है। जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानती, तब तक यह धरना जारी रहेगा।
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