डेली संवाद, नई दिल्ली। Facebook: वैश्विक स्तर पर सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक के 12 हजार से अधिक कर्मचारियों की नौकरी पर संकट गहरा गया है। रिपोर्ट के अनुसार फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा सोशल प्लेटफॉर्म के करीब 15 फीसदी कंर्मचारियों की छंटनी करने की तैयारी में है। बता दें कि बीते महीनों में स्नैपचैट, रॉबिनहुड, माइक्रोसॉफ्ट समेत कई कंपनियां कर्मचारियों की छंटनी कर चुकी हैं।
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वैश्विक स्तर पर बदलते हालात और तय लक्ष्य, राजस्व हासिल नहीं कर पाने की चुनौतियों के बीच बीते कुछ महीनों में कई कंपनियों ने वर्कफोर्स को कम किया है। क्रंचबेस ने बीते अप्रैल में डाटा जारी करते हुए बताया था कि अप्रैल 2022 तक दुनियाभर के आईटी सेक्टर की 342 से अधिक टेक कंपनियों और स्टार्टअप ने 43,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की थी। अप्रैल के बाद से अबतक लगातार टेक कंपनियां छंटनी कर रही हैं।
वैश्विक टेक जायंट मेटा इंक ने अपने दिग्गज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक के कर्मचारियों की छंटनी के संकेत दिए हैं। रिपोर्ट के अनुसार साप्ताहिक सवाल-जवाब सेशन में कंपनी के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने 15 फीसदी हेडकाउंट लेऑफ के संकेत दिए। इस हिसाब से करीब 12,000 कर्मचारियों की नौकरी पर संकट गहरा गया है।
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मार्क जुकरबर्ग ने सवाल-जवाब के दौरान कहा कि मुझे उम्मीद थी कि अर्थव्यवस्था अब तक और अधिक स्पष्ट रूप से स्थिर हो जाएगी, लेकिन जो हम देख रहे हैं उससे अभी तक ऐसा नहीं लगता है, इसलिए हम कुछ हद तक रूढ़िवादी योजना बनाना चाहते हैं। फेसबुक ने ऑपरेशनल मार्जिन बनाए रखने के लिए नई भर्तियों पर भी रोक लगाई है। फेसबुक का भर्तियों रोकने का निर्णय गूगल, एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट के नक्शेकदम के रूप में देखा जा रहा है। बीते महीनों में इन दिग्गज कंपनियों ने भी मार्जिन बनाए रखने और राजस्व बेहतर करने के इरादे नई भर्तियों पर रोक लगाई थी।
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