डेली संवाद, लुधियाना। Punjab News: लुधियाना नगर निगम की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां अधिकारियों की लापरवाही से खड़ी खड़ी 37 बसें जाम हो गई हैं। अब जमालपुर के पास यार्ड में 37 बसें खड़ी हो गई हैं। पंजाब की जनता का 17.50 करोड़ रुपये बर्बाद हो गया है। बसों की स्थिति जानने के लिए गठित कमेटी ने अब अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया है कि ये बसें अब सड़कों पर चलने के लायक नहीं रही हैं। अब इनकी हालत इतनी खराब हो गई है कि अगर इनपर लाखों रुपए खर्च किए जाए तो भी इनकी चलने की संभावना बहुत कम है।
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लुधियाना सिटी बस सर्विस लिमिटेड के निदेशक मंडल की बैठक सोमवार को निगम आयुक्त शेना अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कबाड़ बन चुकी सिटी बस सेवा की इन 37 बसों को लेकर चर्चा हुई। इस संबंध में समिति ने अपनी रिपोर्ट निदेशक मंडल के समक्ष रखी है और स्पष्ट किया है कि इन बसों पर अब और पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं है। रिपोर्ट को बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। अब इन बसों की आरक्षित कीमत तय कर नीलामी की जाएगी।
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सिटी बस को वर्ष 2009 में जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीकरण मिशन योजना के तहत लॉन्च किया गया था। निगम ने 65.20 करोड़ खर्च कर 120 बसें ही खरीदी थीं। इनमें से 37 बसें लो फ्लोर थीं। इन लो फ्लोर बसों की खरीद पर पहले भी सवाल उठाए गए थे।
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