डेली संवाद, चंडीगढ़। Interpol: विदेश में बैठे खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के मामले में इंटरपोल ने एक बार फिर भारत को करारा झटका दिया है। इंटरपोल ने कनाडा स्थित सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के संस्थापक, कानूनी सलाहकार और खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ आतंकवाद के आरोपों पर रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के भारत के दूसरे अनुरोध को खारिज कर दिया है।
ये भी पढ़ें: डेज होटल के मालिक और केएल सहगल मैमोरियल के प्रधान को नोटिस
बताया गया कि भारतीय अधिकारी गुरपतवंत सिंह पन्नू से जुड़े मामले में पर्याप्त जानकारी नहीं दे सके। इस वजह से इंटरपोल ने आतंकी पन्नू के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने से इनकार कर दिया। बता दें कि एसएफजे यानी सिख फॉर जस्टिस एक आतंकी संगठन है और भारत में प्रतिबंधित है।
भारत चाहता था कि अंंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो, लेकिन इंटरपोल ने ऐसा करने से मना कर दिया है। बावजूद इसके कि इंटरपोल खुद मानता है, पन्नू एक हाई-प्रोफाइल सिख अलगाववादी है और एसएफजे एक स्वतंत्र खालिस्तान की मांग करने वाला संगठन है। इंटरपोल का तर्क है कि एसएफजे का एक स्पष्ट राजनीतिक आयाम है और इंटरपोल के संविधान के अनुसार, रेड कॉर्नर नोटिस के लिए मानक पूरी नहीं करता।
ये भी पढ़ें: लड़कियों के साथ रंगरलियां मना रहे लुधियाना के कारोबारी गिरफ्तार
गुरपतवंत सिंह अमेरिका में बसा भारत का एक मोस्ट वॉन्टेड आतंकी है। 1 जुलाई 2020 को उसे UAPA के तहत आतंकी घोषित किया गया था। तभी से उसके खिलाफ अमृतसर और कपूरथला में राजद्रोह का केस चल रहा है। बाद में NIA ने भी UAPA 1967 की धारा 51A के तहत अमृतसर स्थित उसकी अचल संपत्तियों को जब्त करने का आदेश दिया था। SFJ का स्वघोषित सरगना पन्नू विदेश में बैठकर पंजाब और हरियाणा में गड़बड़ी फैलाने की साजिश रचता रहता है।
एक्शन में निगम टीम, अवैध कालोनियों पर चला बुलडोजर, देखें
https://youtu.be/T4cHRrto9UY