डेली संवाद, जालंधर। Jalandhar News: जालंधर के प्रताप बाग की तीन अवैध दुकानों पर नगर निगम के अधिकारियों की मेहरबानी जारी है। इंस्पैक्टर, एटीपी और एमटीपी ने सील तोड़ने को लेकर तीनों दुकानों के मालिकों के खिलाफ एफआईआर के लिए सिफारिश तो कर दी, लेकिन वे अपने उच्च अधिकारियों के सामने ठीक से पैरवी नहीं कर पा रहे हैं। जिस कारण निगम के उच्च अधिकारी एफआईआर के लिए आदेश नहीं दे रहे हैं। जिससे नगर निगम के बिल्डिंग ब्रांच की पूरे शहर में जमकर फजीहत हो रही है।
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प्रताप बाग में अवैध रूप से बन रही दुकानों को रात में एटीपी और उनकी टीम ने सील कर दिया था। इसके अगले ही दिन इन तीनों दुकानों की साल उनके मालिकों ने तोड़ दी। इसके बाद इंस्पैक्टर ने राघव ट्रेडर्स, गुरमीत ट्रेडिंग कंपनी और प्रकाश ट्रैडिंग कंपनी के मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की एमटीपी से सिफारिश की।
एमटीपी नीरज भट्टी ने राघव ट्रेडर्स, गुरमीत ट्रेडिंग कंपनी और प्रकाश ट्रैडिंग कंपनी के मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के लिए ज्वाइंट कमिश्नर शिखा भगत से सिफारिश की। शिखा भगत ने इसकी फाइल कमिश्नर दविंदर सिंह को भेजी, लेकिन चार दिन बाद भी इन तीनों के खिलाफ एफआईआर नहीं दर्ज करवाई जा सकी है।
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आपको बता दें कि प्रताप बाग की इन अवैध दुकानों को कांग्रेस के एक नेता का संरक्षण प्राप्त है। इसी कांग्रेसी नेता का चहेता अफसर आजकल निगम के बड़े अफसर का चहेता बना हुआ है। जिससे इस चहेते अफसर ने कांग्रेस के नेता के कहने पर तीनों अवैध दुकानों की सील तुड़वा दी। अब इन दुकानों के मालिक के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज नहीं करवाई जा रही है।
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