डेली संवाद, पंजाब। Punjab News: पंजाब के वे लोग जो आर्थिक रूप से मजबूत हैं, लेकिन फर्जी आटा दाल योजना के तहत नीले कार्ड बनवा चुके हैं, अब उनके नाम काट दिए जाएंगे। क्योंकि पंजाब सरकार इनका सत्यापन करने जा रही है। सरकार ने राज्य आयुक्तों से 30 नवंबर तक नीले कार्डों के सत्यापन की रिपोर्ट मांगी है। इसकी पुष्टि खुद खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के मंत्री लाल चंद कटारूचक ने की है।
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दरअसल, कुछ महीने पहले एक लग्जरी गाड़ी में नीले कार्ड पर आटा और दाल खरीदने आए एक शख्स का वीडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद विभाग और सरकार पर शिकंजा कस गया और नीले कार्डों के सत्यापन की मांग जोर पकड़ने लगी। इसलिए सरकार ने इनका वेरिफिकेशन कराने का फैसला किया था। सत्यापन के दौरान गलत पाए गए कार्डों को काट लिया जाएगा बिना कार्यवाही के।
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खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पंजाब के करीब 1.54 करोड़ लोगों को आटा-दाल योजना का लाभ मिल रहा है, जबकि 2011 की जनगणना के मुताबिक पंजाब की आबादी 2,77,04236 है। नीले कार्डों की संख्या से साफ है कि आधे से ज्यादा पंजाब भूख से तड़प रहा है।
पंजाब के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री लाल चंद कटारूचक के मुताबिक, केंद्र सरकार की योजना के तहत आटा दाल योजना का लाभ 1.41 करोड़ लोगों को मिल रहा था, लेकिन पिछली कांग्रेस सरकार ने दूसरे कार्ड बनवाए थे।
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