डेली संवाद, आंध्रप्रदेश। Vikram-S: भारत के अंतरिक्ष संस्थान इसरो ने शुक्रवार को देश का पहला निजी रॉकेट विक्रम-एस (Vikram-S) को लॉन्च कर दिया है। यह लॉन्चिंग आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा में इसरो के लॉन्चपैड से शुक्रवार सुबह 11.30 बजे सफलतापूर्वक हुई। बता दें कि ‘विक्रम एस’ रॉकेट को अंतरिक्ष स्टार्टअप स्काईरूट एयरोस्पेस (Skyroot Aerospace) ने विकसित किया है। अंतरिक्ष की दुनिया में भारत ने नया इतिहास लिख दिया है।
ये भी पढ़ें: पाखंडी बाबा चमत्कार की आड़ में महिलाओं से बनाता अवैध संबंध
इस मिशन के तीन पेलोड थे और यह सब ऑर्बिटल मिशन था। यानी पृथ्वी को सतह से 101 किलोमीटर की दूरी पर पहुंच कर मिशन समंदर में स्प्लैश हुआ। पूरे मिशन का समय केवल 300 सेकंड्स का था। इसरो ने इस मिशन के प्रक्षेपण के लिए स्काईरूट एयरोस्पेस को 12 नवंबर से 16 नवंबर का विंडो किया था। लेकिन मौसम के हालात को देखते हुए 18 नवंबर को सुबह 11.30 बजे तय किया गया।
ये भी पढ़ें: Lovely Sweet और LPU के मालिक की मार्सिडीज ब्लैकलिस्टेड
स्काईरूट चार साल पुरानी कंपनी है। जिसने विक्रम-एस (Vikram-S) रॉकेट को बनाया है। इसे लॉन्च करने में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने मदद की। इस मिशन को प्रारंभ (Mission Prarambh) नाम दिया गया है। इसरो ने इसकी उड़ान के लिए लॉन्च विंडो तय किया था इस रॉकेट का नाम मशहूर भारतीय वैज्ञानिक और इसरो के संस्थापक डॉ. विक्रम साराभाई के नाम पर दिया गया है।
विक्रम-एस सिंगल सॉलिड स्टेज रॉकेट है जो कि सब-ऑर्बिटल यानी उपकक्षीय लॉन्च व्हीकल है। यह स्काईरुट के विक्रम सिरीज़ के रॉकेट्स का हिस्सा है। स्काईरूट एयरोस्पेस ने रॉकेट का नाम विक्रम रखा है. जो कि अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक और प्रसिद्ध वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है। यह कंपनी कमर्शियल सैटेलाइट प्रक्षेपण के लिए अत्याधुनिक प्रक्षेपण यान का निर्माण करती है।
ये हैं दुनिया की सबसे महंगी चाय, एक किलो की कीमत 9 करोड़ रुपये तक, आपने चखा है स्वाद?
https://youtu.be/f6gCSvrtSHc