डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के सक्षम प्रशासन और डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव की योग्य निगरानी अधीन पंजाब में अपराध दर में तेज़ी से गिरावट आई है। अपराध सम्बन्धी राज्य के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पिछले साल की तुलना में इस साल कत्ल की संख्या 2021 में 723 से कम होकर 2022 में 654 रह गई है।
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इसी तरह चोरी से सम्बन्धित केस भी 2021 में 8417 से कम होकर 2022 में 8407 रह गए हैं और आबकारी एक्ट से सम्बन्धित केस 2021 में 10745 से कम होकर 2022 में 9104 रह गए हैं। आंकड़ों के मुताबिक राज्य में दर्ज एफ.आई.आरज़ की संख्या भी 2021 में 73581 से कम होकर 2022 में 71827 रह गई है।
इन उपलब्धियों का जिक्र करते हुए इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आईजी) सुखचैन सिंह गिल ने आज कहा कि 2022 के दौरान पंजाब पुलिस की आंतरिक सुरक्षा ने 43 राईफलें, 220 रिवॉल्वर/पिस्टल, 13 टिफिऩ इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडीज़), 24.5 किलोग्राम आर.डी.एक्स. और अन्य विस्फोटक, 37 हैंड ग्रेनेड, डिस्पोज़्ड रॉकेट लॉन्चर की दो स्लीव्ज़, 22 ड्रोन और 23 वाहनों समेत 119 आतंकवादियों/कट्टरपंथियों को गिरफ़्तार करके 18 आतंकवादी मॉड्यूलों का पर्दाफाश किया है।
उन्होंने कहा कि 6 अप्रैल, 2022 को गठित एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने अब तक 428 गैंगस्टरों/ अपराधियों की गिरफ़्तारी और दो गैंगस्टरों/ अपराधियों के ख़ात्मे के साथ 111 गैंगस्टर/ आपराधिक मॉड्यूलों का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है और उनके कब्ज़े से 411 हथियार, आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल किए गए 97 वाहन, 44.21 किलोग्राम हेरोइन और 1.30 करोड़ रुपए की राशि बरामद की गई।
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गौरतलब है कि सत्ता संभालने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने राज्य से गैंगस्टरों का सफाया करने के लिए एडीजीपी प्रमोद बान के नेतृत्व में एक विशेष एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) का गठन किया था।
आईजीपी ने बताया कि 1 जनवरी से 20 दिसंबर, 2022 तक पंजाब में पाँच बड़ी घटनाएँ घटी हैं, जिनमें पुलिस चौकी कालवा, थाना नूरपुर बेदी, रोपड़ में आई.ई.डी. धमाका, मोहाली में इंटेलिजेंस हैडक्वाटर की इमारत पर आर.पी.जी. हमला, पंजाबी गायक शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला का कत्ल, बरगाड़ी बेअदबी कांड के दोषी प्रदीप कुमार का कत्ल और तरनतारन के थाना सरहाली में आर.पी.जी. हमला शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने इन सभी बड़े अपराधों को प्रभावशाली ढंग से हल किया है। आई.जी.पी. सुखचैन सिंह गिल ने साप्ताहिक प्रैस कॉन्फ्रेंस के दौरान लोगों को नशों की बरामदगी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पंजाब सरकार पंजाब को नशा-मुक्त राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और पंजाब पुलिस द्वारा नशों की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए व्यापक स्तर पर नशा विरोधी मुहिमें चलाई गई हैं।
नशों संबंधी वार्षिक अपडेट देते हुए आईजीपी ने कहा कि 1 जनवरी से 25 दिसंबर, 2022 तक पंजाब पुलिस ने 12,171 एफ.आई.आरज़, जिनमें से 1374 व्यापारिक मामलों से सम्बन्धित हैं, दर्ज करके 2316 बड़ी मछलियों समेत 16,798 नशा-तस्करों/सप्लायरों को गिरफ़्तार किया है।
उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने राज्य भर के संवेदनशील रास्तों पर नाके लगाने के अलावा नशा प्रभावित इलाकों की घेराबन्दी और तलाशी अभियान चलाकर राज्य भर से 582 किलोग्राम हेरोइन बरामद की है। इसके अलावा पंजाब पुलिस की टीमों द्वारा गुजरात और महाराष्ट्र के समुद्री बंदरगाहों से 147.5 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई, जिसके साथ एक साल के अंदर हेरोइन की कुल रिकवरी 729.5 किलो हो गई है।
आईजीपी ने बताया कि हेरोइन की बड़ी खेप बरामद करने के अलावा पुलिस ने 690 किलो अफ़ीम, 1396 किलो गाँजा, 518 क्विंटल भुक्की और फार्मा ओपीऑयड की 60.13 लाख गोलियाँ/कैप्सूल/टीके/शीशियाँ भी बरामद की हैं। पुलिस ने इस साल गिरफ़्तार किए गए नशा-तस्करों के कब्ज़े से 11.59 करोड़ रुपए की ड्रग मनी भी बरामद की है।
उन्होंने कहा कि एनडीपीएस मामलों में भगौड़े अपराधियों (पीओज़) /भगौड़ों को गिरफ़्तार करने के लिए चल रही विशेष मुहिम के अंतर्गत पंजाब पुलिस ने 1 जनवरी, 2022 से अब तक 955 पीओज़/भगौड़ों को गिरफ़्तार किया है।
आईजीपी सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि सत्ता संभालने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ड्यूटी के दौरान मौत होने की सूरत में पुलिस कर्मचारियों के परिवारों को दी जाने वाली एक्स-ग्रेशिया राशि भी बढ़ाकर 1 करोड़ रुपए कर दी।
हाल ही में ड्यूटी के दौरान शहीदी प्राप्त करने वाले पंजाब पुलिस के कॉन्स्टेबल मनदीप सिंह के परिवार को 2 करोड़ रुपए के दो चैक ( हरेक 1 करोड़ रुपए) सौंपे गए। 2 करोड़ रुपए की राशि में 1 करोड़ रुपए राज्य सरकार की तरफ से दी गई एक्स-ग्रेशिया राशि, जबकि 1 करोड़ रुपए बीमा कवर के थे, जिसका भुगतान एच.डी.एफ.सी. बैंक द्वारा किया जाना था।
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