Municipal Corporation Election: क्या कांग्रेस के तिलिस्म को वार्डबंदी के जरिए तोड़ सकेगी AAP, पंजाब में कब होंगे निगम चुनाव, पढ़ें बड़ी खबर

Daily Samvad
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डेली संवाद, जालंधर। Municipal Corporation Election: दिल्ली नगर निगम में प्रचंड जीत के बाद AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल की नजरें अब पंजाब में नगर निगम चुनाव पर गड़ गई हैं। पंजाब में अगले कुछ महीने में नगर निगम चुनाव होने हैं। पंजाब की सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी अब नगर निगमों में पूरी तरह से कब्जा करना चाहती है, जिससे AAP की पूरी टीम नई रणनीति के साथ पंजाब में जुट गई है।

पंजाब के अमृतसर, फगवाड़ा, लुधियाना, पटियाला और जालंधर में वार्डों का सर्वे काम लगभग पूरा हो गया है। नगर निगमों में मेयर का कार्यकाल 25 जनवरी को खत्म हो रहा है। पंजाब की सत्ता में काबिज AAP के विधायक अपने हिसाब से वार्डबंदी करवाने को लेकर जुटे हैं। ऐसे में कांग्रेस पूरी तरह से आक्रामक दिख रही है।

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पंजाब के इन निगमों में मेयर और पार्षदों की अवधि भी कुछ ही दिनों में समाप्त होने वाली है, लेकिन दूसरी तरफ यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि नगर निगम के चुनाव मे तकरीबन 4-5 महीनों में देरी हो सकती है। जिसका कारण है वार्ड बंदी में गड़बड़ी बताई जा रही है।

वार्ड बंदी में गड़बड़ी के कारण नगर निगम के चुनाव में देरी हो सकती है। जानकरी के अनुसार नगर निगम ने कुछ महीने पहले वार्डबंदी हेतु पूरे शहर का जनसंख्या का सर्वे करवाया था लेकिन जिन निगम अधिकारियों की ड्यूटी सर्वे करवाने के लिए लगी थी बताया जा रहा है कि उन्होंने इसमें काफी लापरवही बरती। जिसके कारण अब वार्ड बंद सर्व की क्रॉस वेरिफिकेशन करवाया जा रहा है।

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अब लोकल बॉडीज विभाग के वॉर्डबंदी सर्वे की क्रॉस वेरिफिकेशन के लिए आई टीम ने घर घर जाकर सर्वे शुरू कर दिया है मंगलवार को इसका पहला दिन रहा था। अकेले जालंधर नगर निगम के 27 वार्डों व कैंट के 3 गांव के डेटा की दोबारा चेकिंग की जाएगी। जिसके बाद पुराने डाटा को मिलाकर नई रिपोर्ट बनाई जाएगी। वहीं नगर निगम के सहायक कमिश्नर डॉ. राजेश खोखर ने बताया कि सर्वे कर रहे टीम जो भी भी रिपोर्ट फाइनल करेगी उसी के आधार पर वार्डों को सीमाबंदी की जाएगी।

आपको बता दे कि 2011 में जब सर्वे हुआ था जब जालंधर शहर की जनसंख्या 9.16 लाख आंकी गई थी, लेकिन जब इस बार सर्वे किया गया तो इस बार जनसंख्या 8.74 लाख ही रह गई थी। इसका कारण है कि सर्वे कर रही टीम ने कई कॉलोनियों और मोहल्लों को छोड़ ही दिया यहां जालंधर में आबादी बढ़ने की वजह घट गई है। अब 27 वार्डो का पता चला है जहां जनसँख्या में गड़बड़ी पाई गई है जहां दोबारा सर्वे करवाया जा रहा है।

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