डेली संवाद पंजाब। Punjab News: बरगाड़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के मामले में चल रहे मुकदमों की सुनवाई के लिए पंजाब से बाहर जाना पंजाब सरकार के चेहरे पर शर्म की बात है। इससे ईशनिंदा के मामलों को लेकर सरकार की गंभीरता का पता चलता है।
ये शब्द शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने पंजाब से ईश निंदा के मामलों की सुनवाई को बाहर करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए व्यक्त किए।
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एडवोकेट धामी ने कहा कि आठ साल की लंबी अवधि के बाद इस मामले का चालान पेश किया गया, जिसमें डेरा प्रेमियों के साथ सौदा साध को भी नामजद किया गया। उन्होंने कहा कि सिख भावनाओं से जुड़े इस संवेदनशील मामले को लेकर मौजूदा पंजाब सरकार ने मामले को मजबूती से आगे नहीं बढ़ाया।
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शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि पहले पंजाब की कांग्रेस सरकार भी ईशनिंदा के मामलों पर राजनीति करती रही और अब आम आदमी पार्टी की सरकार भी सिखों के लिए इस बेहद गंभीर मामले पर सिर्फ टाइम पास कर रही है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी था कि पंजाब सरकार हर हाल में इस मामले पर अपना कड़ा रुख अपनाती, लेकिन सरकार की नाकामी से सिख भावनाओं को ठेस पहुंची है।
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