डेली संवाद, जालंधर। Amritpal Singh: ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के मामले में जालंधर के कुछ फाइनांस और दो बड़े हवाला कारोबारियों का नाम सामने आया है। ये सभी फरार बताए जा रहे हैं। फिलहाल पंजाब पुलिस के साथ साथ नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (NIA) इन हवाला कारोबारियों की तलाश में जुट गई है।
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अमृतपाल सिंह के मामले में पंजाब के साथ साथ केंद्रीय गृह मंत्रालय पूरी तरह सतर्क है। अब इस मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (NIA) इस जांच में शामिल हो गई है। एनआईए की 8 टीमें पंजाब पहुंच गईं और इन टीमों ने पंजाब के अमृतसर, तरनतारन, जालंधर, गुरदासपुर, जालंधर जिलों में जांच शुरू कर दी है। एनआईए की टीम हथियारों, विदेशों से लिंक, फंडिंग और आईएसआई से लिंक की जांच कर रही है।
खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह को विदेशी फंडिग के मामले में जालंधर, होशियारपुर और नवांशहर की 6 फाइनेंस कंपनियाें की पहचान की गई है जिनमें पिछले साल 20 अगस्त से लेकर अब तक करोड़ों की ट्रांजेक्शन हुई है। जालंधर के दो हवाला कारोबारियों की भी पहचान हुई है जिनकी तलाश जारी है।
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पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह के 458 करीबियों की पहचान कर एनआईए को इनकी सूची सौंपी है। इनमें ए, बी और सी कैटेगरी में बांटा गया है। ए कैटेगरी के 142 लोग हैं जो 24 घंटे अमृतपाल के साथ रहते थे। बी कैटेगरी में 213 लोग वे थे जो फाइनेंस और संगठन का काम देखते थे।
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काउंटर इंटेलिजेंस की प्राथमिक जांच के अनुसार खालिस्तानी गतिविधियों को हवा देने वाले कट्टरपंथी अमृतपाल व उसके समर्थकों को कनाडा, यूएस, इंग्लैंड, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और इटली से करोड़ों फंडिंग कर रहे हैं। यह फंडिंग पंजाब में उन्हें 6 फाइनेंस कंपनियों के जरिए हो रही हैं। इसी फंडिंग के जरिए उसने महंगी गाड़ियां खरीद हुई थीं।