डेली संवाद, चंडीगढ़। Mukhtar Ansari: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने आज तत्कालीन मंत्रियों से मुख्तार अंसारी केस में खर्च हुए करोड़ों रुपये का हिसाब वसूलने का दावा किया तो पूर्व जेल और गृह मंत्री रंधावा ने भी सामने आकर हर सवाल का जवाब दिया।
सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि वह पहले ही जांच टीम को सभी तथ्यों से अवगत करा चुके हैं, लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो वह हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं। गृह विभाग के साथ, और उस समय गृह विभाग स्वयं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के पास निहित था।
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रंधावा ने स्पष्ट किया कि जब वे तीन महीने के लिए राज्य के गृह मंत्री बने तो उन्हें मुख्तार अंसारी केस में हुए खर्च की फाइल मिली थी, लेकिन पास नहीं की थी, बल्कि पूरे मामले की समीक्षा के लिए मुख्य सचिव को फाइल भेजी थी।
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अपना पक्ष रखते हुए पूर्व गृह मंत्री ने कहा कि जब वह जेल मंत्री थे, तब उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पत्र लिखा था कि अंसारी को पंजाब में नहीं रखा जाना चाहिए, क्योंकि राज्य सरकार और कांग्रेस पार्टी को ऐसे में शर्मिंदगी का सामना करना पड़ेगा।