डेली संवाद, राजस्थान Ajab-Gajab: एक समय था जब गर्मी की छुट्टियों में बच्चे आराम करते थे और खूब खेलते थे। हालाँकि, अब धीरे-धीरे शिक्षा का स्वरूप बदल गया है और बच्चों के सिर पर शिक्षा का बोझ बढ़ गया है। ऐसे में उन्हें छुट्टियों में भी होमवर्क दिया जाता है, जो ज्यादातर छात्रों को पसंद नहीं आता।
हालांकि आज तक आपने शायद ही किसी को होमवर्क के खिलाफ धरने पर बैठे देखा होगा। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के झुंझुनू से सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है। लड़के का नाम प्रांजल बताया जा रहा है और उसने छुट्टियों के दौरान मिलने वाले होमवर्क का विरोध करने का एक अनोखा तरीका निकाला है।
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बताया जाता है कि प्रांजल को स्कूल की छुट्टियों के लिए होमवर्क मिलता था, जो उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं था। कक्षा 9 में पढ़ने वाले 14 साल के एक लड़के का कहना है कि छुट्टियां इसलिए हैं ताकि बच्चे खेल सकें। छुट्टियां सभी को होती हैं, लेकिन बच्चों को छुट्टियों में भी होमवर्क मिल जाता है, यानी उन्हें 365 दिन की छुट्टी नहीं मिलती। इसके विरोध में युवक कलेक्ट्रेट के सामने कुर्सी लगाकर धरने पर बैठ गया।
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कलेक्ट्रेट के सामने कुर्सी-टेबल लेकर बैठे लड़के की तस्वीरें वायरल हो रही हैं। वह वहां अपना होमवर्क कर रहा है। मजे की बात यह है कि इसमें लड़के की मां भी उसका साथ दे रही है। हर रविवार को यह लड़का अपना होमवर्क करने के लिए यहां आ रहा है और सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर उसकी यह हरकत सुर्खियां बटोर रही है।