डेली संवाद, चंडीगढ़। Jyeshtha Month Upay: ज्येष्ठ (Jyeshtha) का महीना शुरु हो चुका है। हिंदू धर्म में यह महीना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस महीने में गर्मी अपने चरम पर होती है। सूर्य की ज्येष्ठता के कारण इस महीने को ज्येष्ठ कहा जाता है। इसी वजह से इस महीने में जल के संरक्षण का भी विशेष महत्व होता है।
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कहते है कि इस महीने में सूर्य और वरुण देव की पूजा शुभ फलदायी होती है। यह भी कहा जाता है कि ज्येष्ठ के महीने में कुछ नियमों का पालन करने व कुछ विशेष कार्यों को करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और उनके आशीर्वाद से घर में धन धान्य की कमी नहीं होती। इस महीने आप कुछ उपाय करके भी सभी देवी-देवताओं की विशेष कृपा पा सकते हैं।
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ज्येष्ठ माह में करे इन चीजों का दान
- ज्येष्ठ के महीने में तिल का दान करना बहुत शुभ फलदायी माना जाता है। कहते हैं कि इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और उस व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी करते हैं।
- ज्येष्ठ के महीने में मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए रोज पशु-पक्षियों को दाना डालना चाहिए और गाय को चारा खिलाना चाहिए।
- जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष है उन्हें ज्येष्ठ के महीने में इसके दोष से मुक्ति पाने के तांबा, गुड का दान करना चाहिए।
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- ज्येष्ठ के महीने में सूर्यदेव की रौशनी सबसे तेज होती है इस महीने सूर्यदेव को अर्घ्य देने से व्यक्ति के मान-सम्मान में बढ़ोतरी होती है।
- ज्येष्ठ के महीने में असहाय लोगों के लिए पानी की व्यवस्था जरूर करनी चाहिए। इससे जीवन में चल रही सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं और धन लाभ भी होता है।
- ज्येष्ठ के महीने में मसालेदार भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। अधिक गर्मी के कारण अधिक मसालेदार भोजन से स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।
- ज्येष्ठ के महीने में दिन में सोना नुकसानदायक होता है। कहते है कि इससे व्यक्ति को स्वास्थ सबंधी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।