डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सहूलतें देने के उद्देश्य से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज खरड़ में 35वां जच्चा-बच्चा देखभाल केंद्र लोगों को समर्पित किया। यहाँ 8.59 करोड़ रुपए की लागत वाला अत्याधुनिक सहूलतों से लैस 50 बिस्तरों की क्षमता वाला जच्चा-बच्चा देखभाल केंद्र लोगों को समर्पित करने के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केंद्र गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों की बेहतर ढंग के साथ संभाल करने के लिए ज़रूरी सहूलतें मुहैया करवाएगा।
ये भी पढ़ें: वीडियो कॉल पर गर्लफ्रैंड के कपड़े उतरवाए
मुख्यमंत्री ने बताया कि एक साल के अंदर 45 स्वास्थ्य केन्द्रों में से 35 स्वास्थ्य केंद्र समर्पित किये जा चुके हैं और अगले दिनों में ऐसे और अस्पताल स्थापित किये जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने सत्ता में आने के पहले दिन से स्वास्थ्य, शिक्षा, रोज़गार और बिजली के क्षेत्र को प्रमुख तौर पर प्राथमिकता दी है। भगवंत मान ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में अब तक 584 आम आदमी क्लीनिक खोले जा चुके हैं जहाँ से अब 31.19 लाख लोग इलाज करवा चुके हैं।
उन्होंने जल्द ही 75 से 100 क्लीनिक और खोलने का ऐलान किया जिससे लोगों को घर के नज़दीक ही स्वास्थ्य सहूलतें दीं जा सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को मुफ़्त घरेलू बिजली देने की भी गारंटी दी थी और हमारे विरोधी दोष लगाते थे कि यह गारंटी कभी पूरी नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि इस समय पर 88 प्रतिशत घरों का बिजली बिल ज़ीरो आ रहा है। शिक्षा के क्षेत्र की बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों का स्तर ऊँचा उठाने के नतीजे सामने आने लगे हैं।
ये भी पढ़ें: जालंधर में VISA Helpline पर 22 लाख रुपए ठगने का आरोप
इस बार पाँचवी, आठवीं, दसवीं क्लासों के नतीजों में से सरकारी स्कूलों के बच्चों ने बाज़ी मारी है और उन्होंने ख़ुद इन बच्चों को 51- 51 हज़ार रुपए का नकद इनाम देकर हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या भी बढ़ रही है क्योंकि लोगों को सरकारी संस्थाओं पर अब विश्वास होने लगा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की तरफ से स्कूल प्रिंसिपलों और अध्यापकों को सिंगापुर भेजा गया और अब फिनलैंड भेजा जा रहा है जिससे बच्चों के शख्सियत विकास के लिए कोई कसर बाकी न रहे।
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि 15 अगस्त तक राज्य में 15 ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ स्थापित किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह स्कूल उच्च् वर्ग दर्जे की सहूलतों के साथ लैस होंगे। भगवंत मान ने कहा कि इन स्कूलों में विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग, लॉ, कामर्स, यू. पी. एस. सी. और एन. डी. ए. सहित पेशेवर और मुकाबले की परीक्षाओं पर ज़ोर दिया जायेगा। रोज़गार का ज़िक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च, 2022 से लेकर अब तक नौजवानों को 29237 सरकारी नौकरियाँ दीं जा चुकीं हैं और यह नौकरियाँ केवल मेरिट के आधार पर दीं गई हैं।
राज्य में अलग-अलग सरकारी अदारों का बेड़ा गर्क करने के लिए पिछली सरकारों पर तीखा निशाना साधते हुये भगवंत मान ने आज कहा कि इन सरकारों ने अपने निजी हितों की खातिर स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सरकारी संस्थाओं को बुरी तरह अनदेखा करके लोगों को प्राईवेट संस्थाओं के रहमो-कर्म पर छोड़ दिया था। इन राजनीतिज्ञों के लिए ‘जिस राज का राजा व्यापारी, उस राज की जनता भिखारी’ का कथन इस्तेमाल करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राजनीतिज्ञ अपना कारोबार बढ़ाने के लिए इतने लालची होते थे कि अधिक ग्राहकों वाली गोल-गोप्पी की रेहड़ी में हिस्सा डालने से गुरेज़ नहीं करते थे।
प्राईवेट बसों के लिए मनमर्ज़ी के टाईम टेबल बनाऐ जाते थे
भगवंत मान ने कहा कि इन रिवायती पार्टियों ने सरकारी अस्पतालों और स्कूलों को हाशिये पर धकेल दिया था जिससे प्राईवेट लोगों के लिए दरवाज़े खोले जा सकें। उन्होंने कहा कि ख़स्ता हाल हो चुकी स्वास्थ्य संस्थाओं के कारण लोगों को महँगा इलाज करवाने के लिए मजबूर होना पड़ता था। इसी तरह इन राजनीतिज्ञों ने अपने कारोबारी हितों के लिए सरकारी बसों को बड़ा नुकसान पहुंचाया था और प्राईवेट बसों के लिए मनमर्ज़ी के टाईम टेबल बनाऐ जाते थे।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “ऐसी मनमानियों का समय बीत चुका है और अब पंजाब में आम लोगों की सरकार है जहाँ सरकारी अस्पतालों और स्कूलों-कालेजों को मज़बूत करने के लिए प्राथमिकता दी जा रही है। रिवायती पार्टियों के नेता अपने बेटियों-पुत्रों का कारोबार बढ़ाने के लिए काम करते थे परन्तु मैं पंजाब के विकास के लिए समर्पित भावना के साथ काम कर रहा हूं।