डेली संवाद चंडीगढ़। Punjab Politics: केजरीवाल और उनकी पार्टी पंजाब को नशामुक्त और समृद्ध नहीं बनाना चाहते, वे पंजाब के लोगों को अपनी राजनीति के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्हें सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। भगवंत मान सरकार ने विधानसभा के पवित्र सदन को राजनीति का अखाड़ा बना दिया है। ये बातें पंजाब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने चंडीगढ़ स्थित भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारवार्ता के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की नीयत और नीति में खोट है। अब तक आम आदमी पार्टी द्वारा विधानसभा के जितने भी विशेष सत्र/बैठकें बुलाई गई हैं, वह सरकारी खजाने पर बोझ डालने के अलावा कुछ नहीं हैं। इनका राज्य के लोगों को कोई लाभ नहीं हुआ। अब तक आम आदमी पार्टी ने जितने भी सैशन बुलाए हैं, वह सिर्फ सरकारी खज़ाने का पैसा बर्बाद करने के सिवा कुछ नहीं है। इन सेशनों का कोई फायदा नहीं हुआ।
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यह विशेष सैशन भगवंत मान सरकार ने सिर्फ अपनी हेकड़ी पूरी करने व सदन का दुरूपयोग करने के लिए किया है। जब पहला सैशन बुलाया था तो भगवंत मान सरकार ने ओपरेशन लोटस का मुद्दा उठाया था। उस केस में FIR दर्ज करवाई, लेकिन उसके बारे में आज तक क्या कार्यवाही हुई, उसकी कोई जानकारी नहीं दी गई। भाजपा ने तब भी कहा था कि भगवंत मान सरकार जनता को मुर्ख बना ककर अपने विरुद्ध उठे मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने का कार्य करते हैं और कुछ नहीं।
भाजपा ने तब भी इन्हें चैलेज किया था कि आम आदमी पार्टी बताये कि उसके कौन से विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए में खरीदने के लिए फोन कॉल की गई है और किसने की है? उनके नाम सार्वजनिक करे। अश्वनी शर्मा ने कहा कि नशे के मुद्दे पर केजरीवाल और उनकी पार्टी वोट बैंक की राजनीति कर रही है, पंजाब सरकार नशे के खात्मे को लेकर कतई गंभीर नहीं है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरदासपुर में नशीले पदार्थों का ऐलान किया।
पंजाब भाजपा ने की कड़ी निंदा
कंट्रोल ब्यूरो के अमृतसर में कार्यालय खोलने के फैसले का स्वागत करने पर केजरीवाल ने आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसकी पंजाब भाजपा ने कड़ी निंदा की। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा था कि उनके विधायकों और मंत्रियों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है औरतब भी भाजपा ने मांग की थी कि जिन्होंने धमकियाँ दी हैं, उनके नाम सार्वजनिक किए जाएं, लेकिन आज तक कुछ भी नहीं हुआ है।
भगवंत मान की सरकार के लिए यह शर्म की बात है कि पुलिस, सीआईडी, विजिलेंस सबकुछ होने के बावजूद विधायकों को खरीदने और धमकाने वालों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? साफ है कि यह सब निराधार और मनगढ़ंत है। भगवंत मान सरकार द्वारा लोगों को गुमराह करने और मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए सदन का दुरुपयोग किया जा रहा है।
लोगों की टैक्स कमाई को बर्बाद करने के अलावा कुछ नहीं किया
शर्मा ने कहा कि इसी तरह आप सरकार ने पंजाब यूनिवर्सिटी के मुद्दे पर निराधार और मनगढ़ंत विषय बनाकर सदन का अपमान किया और फिर विधानसभा के विशेष सदन को बुलाकर लोगों की टैक्स कमाई को बर्बाद करने के अलावा कुछ नहीं किया। आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार का कहना है कि केंद्र सरकार ने पंजाब का फंड रोक रखा है, यह पूरी तरह कोरा झूठा और बेबुनियाद है।
केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत युवा स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र बनाने के कार्यक्रम के तहत पंजाब के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अपग्रेड करने के लिए 1200 करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे। 438 करोड़ की पहली किस्त भेजी गई थी लेकिन उस पैसे का पंजाब सरकार ने दुरूपयोग किया। पंजाब सरकार ने बताया कि वह पैसा कहां गया? उसका आज तक हिसाब क्यूँ नहीं दिया?
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इसी तरह आरडीएफ का पैसा सिर्फ मंडियों के रख-रखाव, किसानों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने और ग्रामीण सड़कों के विकास के लिए खर्च किया जा सकता है, लेकिन पंजाब सरकार ने कर्ज चुकाने के लिए यह सारा पैसा बैंकों को पलैज किया हुआ है और पिछले पैसे का हिसाब केंद्र सरकार को नहीं दिया। यह शोर सिर्फ केंद्र सरकार को बदनाम करने के लिए मचाया जा रहा है, इसमें कोई सच्चाई नहीं है।
पंजाब सरकार किसान विरोधी और जनविरोधी
इससे स्पष्ट है कि पंजाब सरकार किसान विरोधी और जनविरोधी है। केंद्र सरकार ने 2800 प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों को स्मार्ट स्कूल बनाने के लिए समग्र शिक्षा अभियान के तहत 1298 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं और पिछले साल 900 करोड़ रुपये पंजाब सरकार को भेजे गए हैं। पंजाब में 28 रेलवे स्टेशनों के विश्व स्तरीय आधुनिककरण और सौंदर्यीकरण पर लगभग 4000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
स्मार्ट सिटी और अमृत योजना के तहत पंजाब को हजारों करोड़ रुपए दिए
मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा 50,000 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। स्मार्ट सिटी और अमृत योजना के तहत पंजाब को हजारों करोड़ रुपए दिए गए हैं। पंजाब में खासकर शहरों और गांवों में तमाम विकास कार्य केंद्र सरकार के पैसे से चल रहे हैं, पंजाब सरकार इनमें कुछ नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 1000 करोड़ रुपये का मेगा टेक्सटाइल पार्क प्रोजेक्ट भी पंजाब सरकार द्वारा वापस कर दिया गया है।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि अब भगवंत मान बताएं कि उनकी सरकार ने पिछले 15 महीनों में पंजाब के लिए क्या किया है? उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास पंजाब को दिए जाने वाले फंड की कोई कमी नहीं है, कोई फंड रोका नहीं गया है। अश्विनी शर्मा ने कहा कि पंजाब सरकार को धार्मिक मामलों में दखल नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवंत मान केजरीवाल की उंगलियों पर नाच रहे हैं।