डेली संवाद, चंडीगढ़। Punjab News: पंजाब के लोगों को पहले मान सरवर द्वारा मुफ्त बिजली जैसी कई सुविधाएं दी गईं और फिर बाद में तेल की कीमतों पर टैक्स बढ़ाकर तोहफा दिया गया। अब माननीय सरकार ऐसा ही एक और तोहफा देने जा रही है। अब पेंशनभोगियों को 22 जून से अपनी मासिक पेंशन पर विकास कर के रूप में 200 रुपये का भुगतान करना होगा।
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यह फैसला पंजाब सरकार के वित्त विभाग ने गुरुवार को ही लिया था लेकिन उन्होंने इसे बीच में नहीं आने दिया। ये टैक्स सीधे सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन से काटा जाएगा और सरकार को इसकी वसूली के लिए कुछ भी खर्च नहीं करना पड़ेगा। 200 रुपये विकास कर वसूलने से पंजाब सरकार को राज्य के 3.50 लाख पेंशनभोगियों से हर साल लगभग 84 करोड़ रुपये की आय होगी।
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ऐसा टैक्स कैप्टन अमरिन्दर सिंह की सरकार ने भी लागू किया था। पंजाब की तत्कालीन कैप्टन सरकार ने विकास के नाम पर अपने कर्मचारियों से टैक्स के रूप में पैसा वसूला। दरअसल, पंजाब में 3.50 लाख से ज्यादा पेंशनभोगी हैं और उनकी पेंशन से हर महीने 7 करोड़ रुपये का विकास कर काटा जाएगा। साल में इसका कुल कलेक्शन 84 करोड़ रुपये होगा।